Quantcast
Channel: India's No.1 Women's Hindi Magazine.
Viewing all 25957 articles
Browse latest View live

कुशन से करें आशियाने का मेकओवर (Decorate Your Home With Attractive Cushions)

$
0
0

अगर मिनटो में अपने आशियाने का मेकओवर करना चाहती हैं, तो उसे कुशन से सजाएं. जी हां, फैशनेबल,  और क्लासी कुशन आपके ड्रीम होम को देंगे न्यू लुक.कैसे करें चुनाव:
हम आपको बताते हैं, आप किस तरह से कुशन का चुनाव कर सकती हैं. 


वेल्वेट: रिच लुक चाहती हैं, तो नॉर्मल कुशन के बदले वेल्वेट के कुशन का चुनाव करें. ये घर को क्लासी लुक देते हैं और इनके इस्तेमाल से मेहमानों पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है.

लिनेन
अगर आप घर में ज़्यादा तामझाम नहीं चाहती हैं और आपका बजट भी ज़्यादा नहीं हैं, तो लिनेन के कुशन आपके घर के परफेक्ट हैं.

लेदर
लेदर के कुशन की देखरेख करना थोड़ा मुश्किल होता है. लेकिन ये घर को आकर्षक लुक देते हैं. इस तरह के कुशन के इस्तेमाल से घर को रिच लुक दिया जा सकता है.

सिल्क
पारंपरिक चीज़ों सेप्यार करनेवालों के लिए सिल्क के कुशन से अच्छा कुछ और हो ही नहीं सकता. हां, ये बात अलग है कि इन्हें मेंटेन करने के लिए आपको ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है.

और भी पढ़ें: स्मार्ट सोफा सिलेक्शन आइडियाज़

बीड्स और सिक्वेंस
इस तरह के कुशन से घर बहुत ख़ूबसूरत दिखता है. ये ट्रेंडी होेने के साथ बेहद अट्रैक्टिव होते हैं. हां, इस तरह के कुशन थोड़े लाउड होते हैं. स्पेशल ओकेज़न के लिए इनका इस्तेमाल किया जा सकता है.

कौन सा शेप चुनें?
अगर आप चाहती हैं कि आपके घर को न्यू लुक मिलें, तो एक जैसे कुशन लेने की बजाय अलग-अलग शेप के कुशन ख़रीदें. इनसे घर और भी आर्टिस्टिक लगेगा.

राउंड
अगर सिंपली घर का मेकओवर करना चाहती हैं और आपको ज़्यादा बदलाव पसंद नहीं है, तो राउंड शेप के कुशन्स ख़रीदें. इन्हें सोफे, बेड, सिंगल चेयर पर रखकर आप मिनटों में अपने घर की शोभा बढ़ा सकती हैं.

ट्रायंगल
इस तरह के कुशन थोड़े अलग होते हैं. इनके लिए मार्केट में कई दुकानों की खाक छाननी पड़ती है. क्योंकि ये आसानी से नहीं मिलते.

ट्री शेप
अगर आप क्रिएटिव हैं, तो ट्री शेप के कुशन आपको बहुत पसंद आएंगे और घर आए मेहमान अपाकी तारीफ़ किए बिना नहीं रह पाएंगे. इस तरह के कुशन ट्री के आकार के होते हैं.

फ्लावर शेप
घर को ख़ूबसूरत लुक देने के लिए फ्लावर शेप के कुशन बेस्ट ऑप्शन है. ये आम कुशन से थोड़े महंगे होते हैं. लेकिन दिखने में बहुत ख़ूबसूरत लगते हैं. आम तौर पर रोज़ शेप के कुशन ज़्यादा पसंद किए जाते हैं.

एनिमल शेप
अगर आप एनिमल लवर हैहं, तो घर में सिंपल कुशन की बजाय एनिमल शेप के कुशन रखें. इस तरह के कुशन बच्चों को बहुत अच्छे लगते हैं और इनके प्रयोग से घर भी अलग नज़र आता है.

हार्ट शेप
आमतौर पर इस तरह के कुशन को लोग बेडरूम में रखते हैं, लेकिन आप ऐसा न करें, आजकल हार्ट शेप के ुशन से लिविंग रूम को न्यू लुक दिया जा सकता है. हां पर इस बात का ख़्याल रखें कि इन पर कुछ इंटीमेट मैसेज न लिखे हों.

प्रिटेंड
इन कुशन का क्रेज हमेशा बना रहता है. इसमे व्हीकल प्रिंट, एनिमल प्रिंट, फ्लावर प्रिंट आमतौर पर चलन में रहते हैं.

डिजिटल कुशन
डिजिटल का ज़माना है. ऐसे में भला घर को डिजिटल लुक क्यों न दिया जाए. मार्केट में डिजिटल प्रिंट वाले कुशन मिलते है, तो क्यों न इन्हें घर ले लाएं.

एंटीक कुशन
ये कुशन उन घरों में देखने को मिलते है, जो ट्रेंड सेटर होते है. ये थो़ड़े महंगे होते हैं, इसलिए ज़्यादातर घरों में देखने को नहीं मिलते.

और भी पढ़ें: राशि के अनुसार होम डेकोर


सफर में खाएं घर की बनी 10 चीज़ें (10 Homemade Travel Recipes You Must Try)

$
0
0

सफर में ज़रूरी नहीं कि आपको अच्छी चीज़ें ही खाने को मिलें. सफर में तबियत खराब न हो जाए, इसके लिए सफर में जाते समय घर का बना खाना ही ले जाएं. सफर में आप कौन-सी चीज़ें ले जा सकते हैं? आइए, हम आपको बताते हैं.

1) पूरी-परांठे बनाते समय पानी की जगह दूध का प्रयोग करके आटा गूंधें. ऐसा करने से परांठे अधिक दिन तक चलते हैं. इस आटे से आप हर तरह के परांठे, जैसे- नमकीन परांठे, कचोरी परांठा, बेसन के परांठे, नमकीन पुड़ी, सादी पुड़ी, थेपले दशमी, पुरनपोली आदि बना सकती हैं.

2) सब्ज़ियों को भी बिना पानी डाले पकाएं और तेल थोड़ा अधिक मात्रा में डालें. ताकि सब्ज़ियां ख़राब न हों. सफर के लिए आप आलू की सूखी सब्ज़ी, मसालेदार करेले, तली हुई भिंडी, चने की दाल की सब्ज़ी आदि बना सकती हैं. दूसरी सब्ज़ियों को भी हल्का-सा तलकर ही बनाएं. ऐसा करने से सब्ज़ी ज़्यादा समय तक चलेगी.

3) सफर में सूखी चटनियां जैसे- मूंगफली की चटनी, तिल की चटनी, नारियल की चटनी, सूरजमुखी के बीज़ों की चटनी, लहसुन की चटनी आदि साथ रखें. ये लंबे समय तक चलती हैं.

4) चटनियों की तरह ही आप अलग-अलग प्रकार के अचार, मुरब्बे आदि भी साथ रख सकते हैं.

5) सूखे नाश्ते में चिवड़ा, चकली, सेव, नमकपारे, तली हुई चनादल, नमकीन मूंगफली, भुने हुए चने, चिप्स, खाखरा, बिस्किट्स आदि साथ रख सकते हैं.

यह भी पढ़ें: 10 कुकिंग टिप्स हर महिला को मालूम होने चाहिए

 

6) मिठाइयों में बिना मावे की और बिना दूध की बनी मिठाइयां साथ रखें, जैसे- गुड़पट्टी, लड्डू, बर्फियां, सकरपारे, गुड़पापड़ी, गजक, तिलपट्टी, सोनपापड़ी आदि.

7) दही-चावल साथ ले जाना हो, तो चावल बनाकर उसमें दूध डालें और छौंक लगाकर एक चम्मच दही डालकर रख लें. जब आप खाएंगे तब तक दही जम जाएगा और दही-चावल खट्टे नहीं पड़ेंगे. पुलाव में गुट्टे का पुलाव बना सकते हैं या इमली के चावल भी सुबह से शाम तक अच्छे रहते हैं.

8) आजकल बाज़ार में इंस्टंट उपमा, इंस्टंट पोहा, कप नूडल्स जैसे इंस्टंट खाने की सामग्री मिलने लगी है, जिनमें उबलता पानी डालकर पैक कर दें तो बहुत अच्छा नाश्ता तैयार हो जाता है. आप इन्हें भी ट्राई कर सकते हैं.

9) इंस्टंट चाय या कॉफी के पैकेट्स भी बाज़ार में उपलब्ध हैं. इनमें उबलता पानी डालते ही अलग-अलग प्रकार की चाय तैयार हो जाती है. इसी तरह सूप के पैकेट भी मिलते हैं. शरबत के भी ड्राई पाउडर भी उपलब्ध हैं.

10) मुखवास के लिए सौंफ, लौंग, इलायची अवश्य साथ रखें, इनसे मुंह का स्वाद बना रहता है और पाचन भी अच्छा होता है.

यह भी पढ़ें: बच्चों को खिलाएं 10 हेल्दी-टेस्टी रेसिपीज़

एक्स बॉयफ्रेंड शरद मल्होत्रा ने रुलाया दिव्यांका त्रिपाठी को (Divyanka Tripathi Cried Talking About Ex Boyfriend Ssharad Malhotraa)

$
0
0

कहते हैं ना, प्यार का रिश्ता भुलाए नहीं भूलता. कुछ ऐसा ही हुआ टीवी एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी के साथ. दिव्यांका के सामने जब उनके एक्स बॉयफ्रेंड शरद मल्होत्रा का ज़िक्र आया, तो वो ख़ुद को रोक नहीं सकीं और इमोशनल हो गयीं. बता दें कि दिव्यांका त्रिपाठी का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दिव्यांका त्रिपाठी अपने एक्स बॉयफ्रेंड शरद मल्होत्रा की बात करते हुए इमोशनल हो गयीं. ऐसा एक चैट शो में हुआ.


दिव्यांका त्रिपाठी हाल ही में एक चैट शो ‘जज़्बात’ में पति विवेक दहिया के साथ पहुंची थीं. शो के होस्ट राजीव खंडेलवाल ने जब दिव्यांका त्रिपाठी से पूछा कि हार्टब्रेक ने उनसे क्या लिया, तो दिव्यंका ने इमोशनल होकर बताया, “मेरे 8 साल, उस दौरान ऐसा लगा जैसे ज़िंदगी खत्म हो रही है. मैं अंधविश्वास के लेवल तक चली गई थी, मैं शायद बिना प्यार के नहीं रह सकती. इस शो में दिव्यांका त्रिपाठी ने प्रेग्नेंसी से जुड़े सवाल पर भी बात की.

यह भी पढ़ें: दर्शकों को ख़ूब हंसाते हैं ये सीरियल्स, बताइए कौन सा कॉमेडी सीरियल है आपका फेवरेट?

दिव्यांका त्रिपाठी ने इस शो का वीडियो अपने इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया है:

Waiting 😍 6th May… SUNDAY… 7pm…. On Zee… #JuzzBaatt #DiVek

A post shared by Divyanka Tripathi Dahiya (@divyankatripathidahiya) on

कहानी- हैप्पी हार्मोंस (Short Story- Happy Harmons)

$
0
0

रात को अचानक हॉट फ्लैशेज़ की वजह से मैं बहुत बेचैन हुई. शरीर पसीने से पूरी तरह भीग गया. समीर को जगाया, समीर ने तुरंत एसी ऑन किया. ठंडा पानी लाकर पिलाया, मेरे साथ जागते रहे. कुछ ठीक लगा, तो मुझे आराम से लिटाकर मेरा सिर सहलाते रहे. फिर कुछ मिनटों बाद अपनी प्यारी मुस्कुराहट के साथ बोले, “हैप्पी हार्मोंस डार्लिंग.” 

एक दिन एक पत्रिका पढ़ते हुए मेरी नज़र उसमें छपे एक लेख पर गई, मेनोपॉज़ के समय एक स्त्री किन-किन शारीरिक व मानसिक परिवर्तनों से गुज़रती है और कैसे उसके परिवार के सदस्यों को उसका ध्यान रखना चाहिए. यूं तो मेरा वो समय अभी दूर है, लेकिन मैंने यूं ही अपनी सत्रह वर्षीया बेटी सिद्धि को भी वह लेख पढ़वा दिया. वह पढ़कर हंस दी, “ओह मम्मी, आप अभी से इतनी टेंशन क्यों ले रही हैं. जब समय आएगा, तब देखा जाएगा.”

बात आई-गई हो गई थी. उसके बाद भी मैं कई पत्रिकाओं में इस विषय पर लेख पढ़ती रही. पढ़-पढ़कर मैं सोचती कि जब मैं उस दौर से गुज़रूंगी, तो कैसे कटेगा वो समय? मैं तो इतनी ख़ुशमिज़ाज हूं, इतना हंसती-बोलती हूं सबसे. क्या मैं चिड़चिड़ी हो जाऊंगी? क्या मुझे भी ग़ुस्सा आने लगेगा? मैं हमेशा से फिटनेस पर ध्यान देती आई हूं. सैर पर जाती हूं, योगा करती हूं, खाने-पीने का भी ध्यान रखती हूं. क्या ये सब बातें काम नहीं आएंगी? पता नहीं क्या होगा उस समय? क्या हमारे शांत-सुखी घर में मेरे मूड स्विंग्स से कलह हुआ करेगा? ऐसी मनोदशा से गुज़रते हुए कुछ साल और बीत गए.

इस विषय पर जब भी कोई लेख आता, मैं ध्यान से पढ़ती. मैं कोशिश कर रही थी कि मेरा अपने स्वभाव व व्यवहार पर नियंत्रण रहे. मैंने अपने पति समीर से इस बात का ज़िक्र किया. वे हंस दिए, कहने लगे, “सरिता, तुम भी ख़ूब हो. इस बात का इंतज़ार कर रही हो, जैसे कोई तुम्हारा इंटरव्यू लेने आनेवाला हो कि सरिताजी, आपने मेनोपॉज़ के लिए क्या-क्या तैयारी कर ली है. इतना क्यों सोचती हो इस बारे में? जो होगा, देखा जाएगा.”

फिर धीरे-धीरे ऐसा होने लगा कि जिन बातों पर मुझे हंसी आती थी, उन्हीं पर अचानक ग़ुस्सा आ जाता. सिद्धि और उससे तीन साल छोटी समृद्धि हैरान रह जाती. अभी तो मम्मी हंस रही थीं, अभी ग़ुस्सा हो गईं. मैं चिल्ला पड़ती, फिर अकेले में ख़ुद को समझाती कि ग़ुस्सा नहीं करना है, बच्चे ही तो हैं. मुझे अपने हर ग़ुस्से, हर चिढ़ पर याद आता- क्या यही मेनोपॉज़ की शुरुआत है? क्या हार्मोंस का असंतुलन शुरू हो गया है? लेकिन क्या करती, सच में ऐसा ही होने लगा था. कभी-कभी इतना ख़ुश रहती, चहकती रहती और कभी छोटी-सी बात पर आंखों में आंसू आ जाते और बाद में मुझे ख़ुद ही हैरानी होती. हालांकि मैंने यह तय कर रखा था कि मैं इस समय हर बात को शांत मन से सोच-विचारकर करूंगी, लेकिन देखते ही देखते मेरा अपने मूड पर नियंत्रण खो जाता और मैं सिद्धि-समृद्धि और कभी-कभी समीर पर भी बुरी तरह झुंझला उठती, जिसका मुझे बाद में बहुत दुख होता.

यह भी पढ़ें: अपने रिश्ते को बनाएं पॉल्यूशन फ्री!

एक बार ऐसा ही हुआ, मुझे तीनों पर इतना ग़ुस्सा आया कि मैं बहुत देर तक ग़ुस्से में बोलती रही. ये तीनों थोड़ी देर तो मुझे समझाते रहे, फिर चुपचाप बैठ गए. मेरा ग़ुबार जब निकल गया और मन शांत हुआ, तो मुझे ख़ुद पर ही शर्म आने लगी. मैंने तीनों को ‘सॉरी’ बोला. सिद्धि मेरे पास आकर बैठी, क्योंकि उसे पता था कि मुझे आत्मग्लानि महसूस हो रही है. मैं सिसकते हुए कहने लगी, “पता नहीं, मुझे क्या हो जाता है. ग़ुस्सा आ ही जाता है और अपने आप ख़त्म भी हो जाता है.”

सिद्धि ने कहा, “मम्मी, कहीं ये मेनोपॉज़ के मूड स्विंग्स तो नहीं हैं?” मुझे उसके कहने के ढंग पर ज़ोर से हंसी आ गई. वह बोली, “हां मम्मी, उस लेख में यही तो लिखा था. हां, यही कारण होगा. नहीं तो हमें इतना प्यार करनेवाली मम्मी हम लोगों पर ऐसे तो नहीं ग़ुस्सा कर सकती. है न मम्मी.” मैं हंस पड़ी. सिद्धि भी खिलखिला पड़ी, बोली, “देखना, अब मैं क्या करती हूं.” मैंने उसकी तरफ़ प्रश्‍नवाचक नज़रों से देखा, तो वह बोली, “बस, आप देखती जाओ.”

सिद्धि अब मेरी बेटी कम दोस्त ज़्यादा हो गई है. वो मेरी हर समस्या चुटकियों में हल करने लगी है. अगली बार जब मैं समीर पर झुंझलाने लगी, वे कुछ बोलते, उससे पहले ही सिद्धि बोल उठी, “पापा, आप थोड़ी देर चुप रहिए, प्लीज़.” समीर कुछ समझे नहीं. सिद्धि ने कहा, “देखो पापा, मम्मी को मूड स्विंग्स हो रहे हैं. अभी ठीक हो जाएंगी.” समीर सिद्धि के बात करने के इस ढंग को देखते रह गए और चुपचाप मुस्कुराते हुए बैठ गए. मैं शांत हो गई, तो सब मुस्कुरा दिए.

इसके थोड़े दिन बाद की बात है, समृद्धि खेलकर बहुत देर से घर लौटी. मैं बहुत देर से उसका इंतज़ार कर रही थी. जब वो आई, तो मैं उस पर चढ़ बैठी. समृद्धि कहने लगी, “मम्मी, आपको बताकर तो गई थी कि आज देर हो जाएगी. बहुत बच्चे खेलने आए, बहुत मज़ा आया मम्मी.” मैंने उसकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया और गरजना शुरू कर दिया. सिद्धि समृद्धि को अंदर कमरे में ले गई. मुझे उसकी आवाज़ सुनाई दे रही थी. वह उसे कह रही थी, “समृद्धि, बिल्कुल जवाब मत देना. मम्मी के हार्मोंस उन्हें परेशान कर रहे हैं. हमें उनका ध्यान रखना है. मैंने एक मैगज़ीन में पढ़ा है.”

यह भी पढ़ें: बेहतर रिश्तों के लिए करें इन हार्मोंस को कंट्रोल

समृद्धि हैरानी से बोली, “ऐसा है?”

सिद्धि दादी अम्मा की तरह उसे समझा रही थी, “हां, मम्मी अभी यंग और ओल्ड एज के बीच में हैं न. कुछ हार्मोंस उनका मूड ख़राब करनेवाले हैं, इसलिए जब भी मम्मी को ग़ुस्सा आएगा, हमें बस इतना ही कहना है- हैप्पी हार्मोंस मम्मी.”

बहुत दिनों बाद मैं खुले मन से इतनी ज़ोर से हंसी और सिद्धि के इस आइडिया को याद करके देर तक मुझे हंसी आती रही. मेरे साथ-साथ ये तीनों भी खूब हंसे. बस, उस दिन से ग़ुस्सा बढ़ने से पहले ही मुझे याद आ जाता है कि अभी क्या होगा, अभी मैं चिल्लाऊंगी, तो दोनों बोलेंगे, ‘हैप्पी हार्मोंस मम्मी’ और फिर मैं हंस पड़ूंगी और समीर मुस्कुराते रहेंगे.

फिर कुछ महीने और बीते. रात को अचानक हॉट फ्लैशेज़ की वजह से मैं बहुत बेचैन हुई. शरीर पसीने से पूरी तरह भीग  गया. समीर को जगाया, समीर ने तुरंत एसी ऑन किया. ठंडा पानी लाकर पिलाया, मेरे साथ जागते रहे. कुछ ठीक लगा, तो मुझे आराम से लिटाकर मेरा सिर सहलाते रहे. फिर कुछ मिनटों बाद अपनी प्यारी मुस्कुराहट के साथ बोले, “हैप्पी हार्मोंस डार्लिंग.” सुबह के चार बज रहे थे और मैं ज़ोर से खिलखिला पड़ी. समीर थोड़ी देर हंसी-मज़ाक करते रहे. हम दोनों ने फिर फ्रेश होकर चाय पी. अब पांच बज रहे थे, हम रोज़ की तरह मॉर्निंग वॉक के लिए निकल गए. रास्ते में मैं सोच रही थी कि इतने सालों से मैं जिस मेनोपॉज़ के समय और दौर के आने की कल्पना मात्र से मन ही मन इतना घबरा रही थी, वह समय जब आया, तब यह एहसास हुआ कि जीवन का यह पड़ाव इतना प्यार करनेवाले अपने परिवार के साथ मैं आसानी से पार कर लूंगी.

     पूनम अहमद

अधिक शॉर्ट स्टोरीज के लिए यहाँ क्लिक करें – SHORT STORIES

 

समर में इन 10 हॉबी आइडियाज़ को दें उड़ान (Top 10 Hobby Ideas For Summer)

$
0
0
समर में इन 10 हॉबी आइडियाज़ को दें उड़ान (Top 10 Hobby Ideas For Summer)
गर्मियों की छुट्टी में कुछ क्रिएटिव सीखें. इस बार की समर वेकेशन को इंट्रेस्टिंग बनाने के लिए अपनाएं ये बेहतरीन हॉबी आइडियाज़.
गर्मी की छुट्टियों का इंतज़ार हर बच्चे को होता है, क्योंकि जहां एक तरफ़ पढ़ने से पीछा छूटता है, वहीं स्कूल जाने के नियम व दिनचर्या से राहत मिलती है. खेलकूद, मौज-मस्ती… इन दिनों वे अपनी मर्ज़ी से टीवी देख सकते हैं, खेलने जा सकते हैं, मोबाइल गेम, कैरम आदि खेल सकते हैं, पर सच तो यह है कि थोड़े ही दिनों में वे इन सबसे ऊब जाते हैं. तो क्यों न इस समर वेकेशन को बनाएं कुछ स्पेशल अपने हॉबी आइडियाज़ को नई पहचान देकर.

 

1. डांस

डांस करना एक अच्छी हॉबी है. जिन बच्चों की डांस में रुचि है, उन्हें 4-5 साल की उम्र में डांस क्लास जॉइन करा देना चाहिए, क्योंकि इस उम्र में शरीर बहुत लचीला होता है और डांस सीखने में आसानी होती है. आजकल टीवी पर आनेवाले रियलिटी शोज़ भी डांसर्स के लिए अच्छा प्लेटफॉर्म है. बड़े होकर कोरियोग्राफर, एक्टर, डांसर के रूप में करियर बनाने में भी मदद मिलती है.

2. सिंगिंग

संगीत एक बहुत अच्छी हॉबी है. अगर बच्चे की गाने में रुचि है, तो छुट्टियों में उसे संगीत सिखाया जा सकता है या फिर कोई म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट सीखा जा सकता है.

3. पेंटिंग

बहुतसे बच्चों को पेंटिंग करना पसंद होता है. अगर आप देखें कि बच्चा काग़ज़ पर रंगों से चित्र बना रहा है या अक्सर वह पेंसिल से ही कुछ न कुछ बनाता रहता है, तो यह उसके लिए बहुत अच्छी हॉबी साबित होगी. आप उसे स्केचिंग क्लास भी जॉइन करा सकते हैं. पेंटिंग से क्रिएटिविटी को पंख मिलते हैं. पेंटिंग में बहुत सारे विकल्प उपलब्ध हैं, जैसेवॉटर कलर पेंटिंग, ऑयल पेंटिंग, फैब्रिक पेंटिंग आदि. आजकल तो कई बड़े ब्रांड्स में एडल्ट कलरिंग बुक्स भी बाज़ार में उपलब्ध हैं. कलरिंग ऐसी कला है, जो बड़ों को भी बच्चों की तरह व्यस्त रख सकती है. आप किसी ख़ास तरह की पेंटिंग, जैसेमधुबनी, सांगानेरी, कोलम और कश्मीरी ट्राई कर सकते हैं.

4. कहानी, कविता आदि लिखना

लिखना एक बेहतरीन हॉबी है. लिखने से बच्चों की कल्पना को काफ़ी विस्तार मिलता है. बच्चे को कम उम्र से ही डायरी लिखने की आदत डाली जा सकती है. इसके अतिरिक्त बच्चों को कहानी, कविता, उपन्यास आदि लिखने के लिए भी प्रेरित किया जा सकता है. इससे उनकी एकाग्रता बढ़ेगी और हो सकता है बड़े होकर वे लेखक या लेखिका बन जाएं. कई राइटिंग वर्कशॉप्स भी होती हैं, जहां बच्चों को भेजा जा सकता है.

5. स्विमिंग है अच्छा ऑप्शन

गर्मी की छुट्टियों में आप चाहें, तो बच्चे को स्विमिंग सिखा सकते हैं और उनके साथ ख़ुद भी कर सकते हैं. यह एक अच्छी एक्सरसाइज़ तो है ही, साथ ही इससे बच्चों का माइंड भी फ्रेश होता है. इसके कारण उनके शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिलती है. गर्मियों में तो ख़ासकर यह हॉबी बहुत ही अच्छी है.

यह भी पढ़े: 19 आसान टिप्स बच्चों के हाइट बढ़ाने के

6. गार्डनिंग करने दें

आमतौर पर हर घर में छोटासा बगीचा या बरामदों में ही पौधे लगे होते हैं. प्रकृति से हम हमेशा कुछ न कुछ सीखते हैं. बच्चों को यदि गार्डनिंग सिखाई जाए, तो इसके कारण बच्चों को प्रकृति से जुड़ने का मौक़ा मिलता है. उन्हें नए फूलपौधों की जानकारी एकत्रित करने के लिए प्रोत्साहित करें. उन्हें नर्सरी ले जाएं और उनकी पसंद के प्लांट्स चुनने का अवसर दें.

7. आर्ट एंड क्राफ्ट का कोर्स

बच्चों के लिए यह उनकी सबसे पसंदीदा हॉबी है. इसमें उन्हें हर रोज़ कुछ नया सीखने व करने का मौक़ा मिलता है. इससे जुड़े बहुत सारे कोर्स समर हॉलीडेज़ में चलते हैं. आप चाहें तो घर में पड़ी बेकार वस्तुओं से भी उन्हें कलात्मक व उपयोगी चीज़ें बनाना सिखा सकते हैं. बच्चा बहुत छोटा है, तो कलर्ड पेपर्स व क्ले से अलगअलग चीज़ें बना सकता है. वैसे भी आर्ट एंड क्राफ्ट एक्टिविटी आजकल छोटी क्लास से ही शुरू हो जाती है. इसके अलावा पेपरमैशी, डॉल मेकिंग, फ्लावर मेकिंग आदि के कोर्स भी किए जा सकते हैं.

8. गेम खेलें

घर में बच्चों को टीवी दिखाने से अच्छा है कि आप बच्चों के साथ गेम्स खेलें. सारे दिन मोबाइल गेम्स में वे उलझे न रहें, इसलिए बोर्ड गेम्स जिनकी आज बहुत वेराइटी उपलब्ध है, उनके साथ खेलें या उन्हें अपने दोस्तों के साथ खेलने के लिए प्रोत्साहित करें. मोबाइल व वीडियो गेम्स की लत लगने से बच्चे आउटडोर गेम्स कम खेलने लगे हैं. उन्हें बाहर ले जाएं और क्रिकेट, बैडमिंटन, फुटबॉल जैसे खेलों को खेलने के लिए प्रेरित करें. साइकिलिंग भी की जा सकती है.

9. प्ले ग्रुप बनाएं

आपके घर के आसपास जितने भी एक उम्र के बच्चे रहते हैं, उनका एक प्ले ग्रुप बनाएं. अब बच्चों के इस प्ले ग्रुप को अपने घर पर, पार्क या किसी अन्य सार्वजनिक जगह पर हर दिन इकट्ठा करें. इस प्ले ग्रुप में बच्चे एक साथ मिलकर कोई मज़ेदार खेल खेल सकते हैं. मज़ेदार कहानियां एकदूसरे को सुना सकते हैं या फिर अपना कोई ख़ास गुर अपने दोस्तों को सिखा सकते हैं. बच्चों को दूसरे बच्चों का साथ मिलेगा, तो न स़िर्फ उनकी छुट्टियां मज़ेदार बनेंगी, बल्कि वो सुबह से इस मौ़के के इंतज़ार में रहेंगे.

10. फिट रहें बच्चे के साथ

आप कब से चाह रही थीं कि मॉर्निंग वॉक करने या फिर एक्सरसाइज़ करने के लिए व़क्त निकालें, पर सुबह बच्चे को स्कूल के लिए तैयार करने, लंच बनाने और उसे बस स्टॉप तक छोड़ने की भागमभाग में एक्सरसाइज़ के लिए आपको व़क्त ही नहीं मिल पाता था, पर अब तो सुबहसुबह इस तरह की कोई ज़िम्मेदारी नहीं, तो सुबह के व़क्तघर के पासवाले पार्क में जाइए और बच्चे को भी साथ ले जाइए. अपने साथसाथ बच्चे का फिटनेस लेवल भी बढ़ाइए. आप चाहें, तो उसके साथ दौड़ भी लगा सकती हैं. बच्चे की सुबह भी मज़ेदार हो जाएगी और आप फिट भी हो जाएंगी.

सुमन बाजपेयी

यह भी पढ़ें: पैरेंटिंग गाइड- बच्चों के लिए इम्युनिटी बूस्टर फूड

2018 चार धाम यात्राः कैसे पहुंचें और किन बातों का रखें ख़्याल ( Char Dham Yatra, How To reach)

$
0
0

अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड की चारधाम यात्रा शुरू हो गई थी, लेकिन केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल रविवार और 30 अप्रैल सोमवार को खुले. चारों मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही आधिकारिक रूप से चार धाम की यात्रा शुरू हो गई है. इन चारों तीर्थ स्थलों पर आप कैसे पहुंच सकते हैं और यात्रा के दौरान आपको कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए. आइए जानते हैं.

यमुनोत्री है पहला पड़ाव 

यमुनोत्री को चारधाम यात्रा का पहला पड़ाव कहा जाता है. यहां यमुना का पहाड़ी शैली में बना खूबसूरत मंदिर है और मंदिर के पास ही खौलते पानी का स्रोत है जो तीर्थ यात्रियों के आकर्षण का केंद्र है. यमुनोत्री पहुंचने के लिए आप दिल्ली से देहरादून या ऋषिकेश तक हवाई यात्रा या रेल यात्रा से पहुंच सकते हैं.यहां से आगे सड़क मार्ग और आखिरी कुछ किलोमीटर पैदल चलकर यमुनोत्री पहुंच सकते हैं.

गंगोत्री है दूसरा पड़ाव 

चारधाम यात्रा का दूसरा पड़ाव गंगोत्री है. यमुनोत्री के दर्शन कर तीर्थ यात्री गंगोत्री में गंगा माता की पूजा के लिए पहुंचते हैं. गंगा का प्राकृतिक स्रोत गोमुख ग्लेश्यिर गंगोत्री से 18 किलोमीटर दूर है. यमुनोत्री से गंगोत्री की सड़क मार्ग से दूरी 219 किलोमीटर है जबकि ऋषिकेश से गंगोत्री की दूरी 265 किलोमीटर है और वहां से वाहन से सीधे पहुंचा जा सकता है.

कैसे पहुंचे केदारनाथ?
चारधाम यात्रा का तीसरा पड़ाव केदारनाथ धाम है जो उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में आता है. ऋषिकेश से गौरीकुण्ड की दूरी 76 किलोमीटर है और यहां से 18 किलोमीटर की दूरी तय करके केदारनाथ पहुंच सकते हैं. केदारनाथ और लिंचैली के बीच 4 मीटर चौड़ी सीमेंटेड सड़क बना दी गई है जिससे श्रद्धालु आसानी से केदारनाथ पहुंच सकते हैं.

कैसे पहुंचे बद्रीनाथ?
बद्रीनाथधाम तक गाड़ियां जाती हैं, इसलिए यहां मौसम अनुकूल होने पर पैदल नहीं जाना पड़ता. बद्रीनाथ को बैकुण्ठ धाम भी कहा जाता है. यहां पहुंचने के लिए ऋषिकेश से देवप्रयाग, श्रीनगर, रूद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, चमोली और गोविन्दघाट होते हुए पहुंचा जा सकता है.

कब जाएं ?

वैसे तो चारधाम यात्रा हर साल अप्रैल महीने में शुरू होती है और अक्टूबर-नवंबर में खत्म हो जाती है, लेकिन सितंबर का महीना इस यात्रा का पीक सीजन होता है क्योंकि जून से अगस्त के बीच इस इलाके में भारी बारिश होती है, जिसकी वजह से तीर्थ यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सितंबर चारधाम यात्रा पर जाने का सबसे बेस्ट समय है क्योंकि बारिश के बाद पूरी घाटी धुली हुई और फ्रेश हो जाती है, चारों तरफ हरियाली नजर आने लगती है और यहां की प्राकृतिक खूबसूरती देखते ही बनती है.

इन बातों का रखें खास ख्याल 

चारधाम यात्रा ही नहीं बल्कि किसी भी यात्रा के दौरान आपको अपनी जरूरी दवाइयां हमेशा साथ रखनी चाहिए.

इसके अलावा छोटी-मोटी सामान्य परेशानियों जैसे- पेट दर्द, उल्टी, सिरदर्द, बुखार की दवा के अलावा क्रीम और पेनरिलीफ स्प्रे भी साथ रखना चाहिए.

यात्रा के दौरान गर्म और ऊनी कपड़े साथ रखें क्योंकि इस क्षेत्र का मौसम हमेशा ठंडा रहता है और ऊंचाई पर तो ठंड ज्यादा बढ़ जाती है.

इसके अलावा एक अच्छा टॉर्च भी साथ जरूर रखें.

चारधाम की यात्रा अकेले करने की बजाए दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ करें क्योंकि रूट चैलेंजिंग होने की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.

ये भी पढ़ेंः हिल स्टेशन ट्रिप के लिए पैंकिग आइडियाज़

पहला अफेयर: मेरा प्यार ही मेरी प्रेरणा बन गया… (Pahla Affair: Mera Pyar Hi Meri Prerna Ban Gaya)

$
0
0

पहला अफेयर: मेरा प्यार ही मेरी प्रेरणा बन गया… (Pahla Affair: Mera Pyar Hi Meri Prerna Ban Gaya)

पहले प्यार का एहसास होता है बेहद ख़ास, अपने फर्स्ट अफेयर की अनुभूति को जगाने के लिए पढ़ें रोमांस से भरपूर पहला अफेयर

सच्चे प्यार का एहसास भटके हुए को सही राह दिखाता है. कभी किसी की कमज़ोरी नहीं बनता, बल्कि किसी की ताक़त बन उसे जीने की प्रेरणा देता है. ऐसी प्रेरणा, जो उसके जीवन को किसी मुक़ाम तक पहुंचाए. मीना भी मेरे जीवन की वह प्रेरणा है, जिसने  मुझे नई राह दिखाई. इस मुक़ाम तक पहुंचने में मेरी प्रेरणा बनी.

बात उन दिनों की है, जब मैं कॉलेज में पढ़ता था. मीना नाम की बेहद ख़ूबसूरत लड़की मेरी क्लास में पढ़ती थी. उसकी नीली, झील-सी आंखों में ऐसी कशिश थी कि मैं उसमें बंधता जा रहा था. धीरे-धीरे आलम यह हो गया कि उसे देखे बिना मेरा दिन कटना मुश्किल होता जा रहा था. पढ़ने में मेरा मन बिल्कुल नहीं लगता था. बस, हर पल आंखों में उसी की तस्वीर रहती थी. सच पूछो तो मैं उसके प्यार में अंधा हो गया था.

एक दिन मीना से मैंने अपने प्यार का इज़हार कर ही दिया. मेरी बात का कोई उत्तर दिए बिना वो चली गई. अगले दिन उसने क्लास में खड़े होकर कहा, “आज सर नहीं आए, तो क्यों न एक परिचर्चा पर विचार-विमर्श हो जाए.” पूरी क्लास ने एक स्वर में कहा, “आइडिया अच्छा है. पर विषय तो बताओ?”

मीना बोली, “हमारी कॉलेज लाइफ़ और प्यार. अब आप लोग इस पर अपने विचार व्यक्त करें.” पीछे की बेंच पर बैठे लड़के चिल्लाए, “बहुत ज़रूरी है प्यार लाइफ़ में…”

नेहा नाम की एक दबंग लड़की बोली, “प्यार का मतलब बकवास है. इसका फेवर वे लोग ही करेंगे, जो कॉलेज को मौज-मस्ती का अड्डा मानते हैं.” यह सुनकर लड़के होहल्ला मचाने लगे. यह सुनकर मीना ने सबको शांत किया और क्लास के सबसे बुद्धिमान लड़के
राकेश की ओर मुखातिब होकर बोली, “तुम अपने विचार व्यक्त करो.”

यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: मेरी क्या ख़ता थी…?

यह भी पढ़ें: पहला अफेयर: तुम्हारा जाना…

राकेश बोला, “प्यार वह ख़ूबसूरत एहसास है, जिसके बिना ज़िंदगी जीना संभव नहीं. सबसे पहला और अद्भुत प्यार तो वात्सल्य होता है, जो जन्म से ही हमें माता-पिता से मिलता है. यह प्यार निस्वार्थ और निष्कपट होता है, जो जीवन के अंतिम पड़ाव तक हमें संरक्षण प्रदान करता है. प्यार का दूसरा रूप है- स्नेह. यह हमें अपने भाई-बहनों, गुरुजनों, मित्रों-रिश्तेदारों से मिलता है. यह प्यार हमें अपने गुणों और अच्छे व्यवहार के कारण मिलता है. हां, यदि परिचर्चा का विषय प्रेमी-प्रेमिका वाले प्यार सेे है, तो उससे तो तौबा-तौबा, क्योंकि अभी हमारे पढ़ने की उम्र है. बीता व़क़्त तरकश से निकले तीर की तरह होता है, जो दोबारा लौटकर नहीं आता. कॉलेज लाइफ़ का एक-एक दिन क़ीमती है. हमें ऐसे प्यार के चक्कर में न पड़कर अपना भविष्य संवारना चाहिए.”

मीना के चेहरे पर एक विशेष प्रकार की संतुष्टि थी, वो मेरी तरफ़ मखातिब होकर बोली, “ओमेशजी, क्या आप भी राकेशजी के विचारों से सहमत हैं?” मेरे मुंह से बस इतना ही निकला, “हां, पूरी तरह से.”

उस दिन यदि मीना ने मुझे सही राह न दिखाई होती, तो मैं आज जिस मुक़ाम पर खड़ा हूं, वहां तक कभी न पहुंच पाता. पहले प्यार के एहसास जब याद आते हैं, तो आज भी आंखें उसके प्रति श्रद्धा से झुक जाती हैं.

– डॉ. ओ. पी. दास गुप्ता

 

 

महिलाओं के लिए फाइनेंशियली स्मार्ट बनने के 12 ट्रिक्स (12 Financially Smart Tricks For Women)

$
0
0

आज भी ज़्यादातर महिलाएं बैंक, पोस्ट ऑफिस और सरकारी दफ़्तर से जुड़े सभी कामों के लिए घर के पुरुषों पर ही आश्रित रहती हैं. इसका कारण है उनका इन कामों में रुचि न होना और इन क्षेत्रों में जानकारी का अभाव. इसीलिए हम लेकर आए हैं कुछ फाइनेंशियल ट्रिक्स, ताकि आप बनें फाइनेंशियली स्मार्ट. 

सीखें कुछ बेसिक ट्रिक्स

  • फाइनेंस सुनने में भले ही बोरिंग लगे, पर यह इतना भी बोरिंग नहीं है. अगर आप इसमें दिलचस्पी लें, तो आपको ये बोरिंग नहीं लगेगा.
  • कुछ महिलाएं भविष्य के बारे में सोचती हैं, पर सही ढंग से प्लानिंग नहीं कर पातीं. भविष्य के लिए लक्ष्य बनाना बहुत ज़रूरी है. आप अपनी लिस्ट को शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म में डिवाइड कर सकती हैं. शॉर्ट टर्म में कार ख़रीदना, वेकेशन पर जाना, तो मीडियम टर्म में घर ख़रीदना और बच्चों की पढ़ाई के लिए सेविंग्स और लॉन्ग टर्म में रिटायरमेंट आदि प्लान कर सकती हैं.

  • फाइनेंस में रुचि लेने के लिए छोटी-छोटी चीज़ों से शुरुआत करें. अगर आपका बैंक में अकाउंट है, तो उसके स्टेटमेंट्स चेक करना शुरू कर दें. कभी-कभार पैसे जमा करने या निकालने के लिए आप ख़ुद बैंक जाएं.
  • अगर बैंक में आपका अकाउंट नहीं है, तो सबसे पहले बैंक अकाउंट खोलें. एटीएम कम डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करना, पासबुक चेक करके ब्याज़ देखना शुरू करें. आपको पता होना चाहिए कि आपके अकाउंट में कितने पैसे जमा हैं और कितने पैसे ख़र्च हो रहे हैं.
  • घर में बैंक पासबुक, इंश्योरेंस पेपर्स और इंश्योरेंस के मासिक प्रीमियम्स को संभालकर एक फोल्डर में रखें. सहूलियत के लिए घर के सभी सदस्यों के बैंक और इंश्योरेंस पेपर्स एक ही फोल्डर में रखें, ताकि सभी का ट्रैक रख सकें.
  • घर के बजट के लिए एक डायरी बनाएं और हर महीने का बजट उसमें लिखते जाएं. मंथली बजट बनाना अपने आप में एक फाइनेंशियल एक्टीविटी है, जिससे आपको घर में आनेवाली आय व ख़र्चों का पूरा लेखा-जोखा मिलता रहता है.

और भी पढ़ें: 15 इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स महिलाओं के लिए 

  •  अपने बजट में इमर्जेंसी ख़र्चों के लिए हमेशा कुछ पैसे बचाकर रखें. अगर ये पैसे ख़र्च नहीं होते, तो आप इन्हें अगले महीने के फंड में जमा करके धीरे-धीरे एक अच्छी राशि जमा कर सकती हैं.
  • लेट फीस देने से बचने के लिए सभी बिल्स समय रहते भर दें. अगर आप मोबाइल का इस्तेमाल बहुत ज़्यादा करती हैं, तो ऐसा बिलिंग प्लान लें, जिसमें आपको काफ़ी सहूलियत मिलती हो.
  • पोस्ट ऑफिस के छोटे-मोटे कामों को ख़ुद करना शुरू करें. आजकल डाकघर में महिलाओं के लिए बहुत-सी योजनाएं चल रही हैं, आप चाहें, तो किसी योजना से जुड़कर बचत और इन्वेस्ट भी कर सकती हैं.
  • आपकी फाइनेंशियल एक्टिविटी को बढ़ाने में आपका एटीएम कम डेबिट कार्ड बहुत काम आता हैं. इससे आप पैसे निकालना, शॉपिंग करना, बिल भरना, ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन जैसे कई काम आसानी से कर सकती हैं.

  • नेट बैंकिंग के ज़रिए आप घर बैठे भी अपने अकाउंट की पूरी जानकारी रख सकती हैं और स्टेटमेंट आदि में कोई गड़बड़ी नज़र आने पर आप तुरंत एक्शन भी ले सकती हैं.
  • नेट बैंकिंग के साथ-साथ सभी महिलाओं को मोबाइल बैंकिंग भी ज़रूर करवानी चाहिए. इससे आपके अकाउंट से होनेवाले छोटे-बड़े सभी ट्रांज़ैक्शन्स के बारे में आपको जानकारी रहती है.

और भी पढ़ें: महिलाओं को क्यों ज़रूरी है लाइफ़ इंश्योरेंस?


सोनम की मेहंदी की थीम है ‘शेड्स ऑफ व्हाइट’ (Shades Of White Is The Sonam’s Mehendi Theme)

$
0
0

सोनम की मेहंदी की थीम है शेड्स ऑफ व्हाइट

सोनम कपूर का घर रंग बिरंगी लाइटों से सज गया है. देश विदेश से मेहमान उनके घर इकट्ठा होने लगे हैं. सोनम की शादी से मेहँदी और संगीत में क्या होगा होगा ख़ास आईये हम आपको बताते हैं.

शेड्स ऑफ़ व्हाइट- मेहंदी

सोनम कपूर की मेहंदी का थीम है शेड्स ऑफ़ व्हाइट। सोनम की मेहँदी उनके बीकेसी वाले अपार्टमेंट में होगी. जी हाँ उसकी तैयारिओं की झलक भी लोगों को देखने को मिली, जब एक खूबसूरत सा व्हाइट ड्रेस सोनम कपूर के घर के अंदर जाता दिखाई दिया.

 

शादी का कार्ड
शादी के कार्ड में ३ अलग अलग कार्ड्स हैं, जो मेहँदी, पार्टी और पार्टी के लिए बनाया गया है.

सितारों से सजेगी संगीत की महफिल

फराह खान सोनम कपूर की संगीत को कोरिओग्राफ करने वाली हैं. सोनम के पापा अनिल कपूर अपने एवर हिट सॉन्ग माय नेम इस लखन पर डांस करनेवाले हैं. उनके साथ उनके दोस्त सतीश कौशिक और अनुपम खेर भी संगीत में जमकर नाचने की तयारी में हैं. करण जोहर भी प्रेम रतन धन की धुन पर थिरकने वाले हैं. इसके अलावा कई और सितारे भी सोनम की शादी में अपने जलवे भीकरते नज़र आएंगे.

यह भी पढ़ें: सोनम की संगीत सेरेमनी में मां श्रीदेवी के इस गाने पर परफॉर्म करेंगी जाह्नवी कपूर

शादी का वेन्यू

सोनम की शादी की रस्में ८ मई को सुबह होंगी, जो उनकी मौसी के बैंडस्टैंड वाले बंगले पर होंगी. उनकी शादी की रस्में सिख ट्रेडिशन के मुताबिक होंगी. सुबह ११ से १२.३० तक शादी की रस्में होंगी जिसके, बाद बंगलो में मौजूद मंदिर में ही सोनम और आनंद एक दूसरे को फूलों का हार पहनाकर अपना लेंगे.

 

 

नाखून से जानिए व्यक्ति का स्वभाव (Your Nail Shape Reveal About Your Personality)

$
0
0

हमारे शरीर की बनावट हमारे बारे में बहुत कुछ बता देती है, जैसे नाखून. नाखून देखकर आप व्यक्ति के बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं. आइए, हम आपको बताते हैं कि नाखून के व्यक्ति के स्वभाव के बारे में कैसे जाना जा सकता है.

जिन लोगों के नाखून सफ़ेद हों
जिन लोगों के नाखून का रंग सफ़ेद होता है, ऐसे लोग जन्म से ही अमीर, उदार मन के, दृढ़ निश्चयी और मेहनती होते हैं. ऐसे लोग सबके साथ घुल-मिल जाते हैं और हर काम आसानी से कर लेते हैं.

जिन लोगों के नाखून लंबे हों
जिन लोगों के नाखून लंबे होते हैं, वे उदार, प्रगतिशील और हंसमुख होते हैं. ऐसे लोग जीवन में खूब तरक्की करते हैं और दूसरों की सहायता भी खूब करते हैं.

जिन लोगों के नाखून छोटे हों
जिन लोगों के नाखून छोटे होते हैं, ऐसे लोग थोड़ा संकीर्ण विचारों के होते हैं. बदलाव इन्हें जल्दी पसंद नहीं आता. ऐसे लोगों का व्यवहार भी थोड़ा रूखा होता है. ये सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, दूसरों को समझने की कोशिश नहीं करते.

जिन लोगों के नाखून पतले व लंबे हों
जिन लोगों के नाखून पतले व लंबे होते हैं, ऐसे लोग जल्दी निर्णय नहीं ले पाते. ऐसे लोगों को निर्णय लेने के लिए परिवार या दोस्तों की मदद की ज़रूरत पड़ती है.

जिन लोगों के नाखून चौकोर हों
जिन लोगों के नाखून चौकोर होते हैं, ऐसे लोग दिल के बड़े कमज़ोर होते हैं. ज़रा सी भी परेशानी से ऐसे लोग घबरा जाते हैं. इन्हें अपनी ज़िंदगी में बहुत ज़्यादा बदलाव नहीं चाहिए होता है. हां, ये मेहनती बहुत होते हैं और अपना हर काम बड़ी लगन से करते हैं.

 

देखें ख़ूबसूरत सोनम की ख़ूबसूरत मेहंदी पिक्स (Latest Pics Of Sonam Kapoor’s Mehendi Ceremony)

$
0
0

सोनम कपूर की मेहंदी की फोटोज देखकर हर किसी के मुँह से यही निकल रहा है कि वाह ख़ूबसूरत! जी हाँ सोनम कपूर अपनी मेहंदी सेरेमनी में लग रही हैं बेहद ख़ूबसूरत. उनकी बहन रिया कपूर ने लगवाई मेहंदी, साथ ही मेहमान भी उठा रहे हैं मेहंदी सेरेमनी का भरपूर मज़ा. आप भी देखें ये मेहंदी पिक्स. 

मेहंदी लगवाती दुल्हन सोनम कपूर बेहद ख़ुश हैं.

दूल्हा-दुल्हन सोनम और आनंद

करण जौहर, जाह्नवी कपूर, ख़ुशी कपूर, संजय कपूर और अन्य दोस्त व रिश्तेदार.

 

Such a Beautiful #mehandi … Prettiest #sonamkapoor #sonamkishaadi #RjAlok

A post shared by Rj Alok (@oyerjalok) on

यह भी पढ़ें: एक्स बॉयफ्रेंड शरद मल्होत्रा ने रुलाया दिव्यांका त्रिपाठी को 

बॉलीवुड के ये 10 सितारे करते हैं अंधविश्वास पर विश्वास (These Bollywood celebrities believe in superstition)

$
0
0

फिल्मों की कामयाबी और अपनी सलामती के लिए बॉलीवुड के बड़े और नामी सितारे भी करते हैं अंधविश्वास पर विश्वास. 

विज्ञान भले ही टोने-टोटके जैसी चीज़ों को अंधविश्वास मानता हो, लेकिन हकीकत तो यह है कि आज भी देश के अधिकांश हिस्सों में टोने-टोटके जैसी चीजें बदस्तूर जारी हैं. आम इंसान ही नहीं बल्कि फिल्मी सितारे भी अंधविश्वास में विश्वास करते हैं और अपनी फिल्मों की कामयाबी के लिए इस तरह के अंधविश्वास का सहारा भी लेते हैं. चलिए जानते हैं बॉलीवुड के ऐसे ही 10 सितारों के बारे में जो अंधविश्वास पर विश्वास करते हैं.

सलमान खान

बॉलीवुड के दबंग सलमान खान असल ज़िंदगी में कितने अंधविश्वासी हैं इसका अंदाज़ा उनके फिरोज़ा ब्रेसलेट को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है. सलमान को यह ब्रेसलेट उनके पिता सलीम खान ने दिया है और सलमान इसे अपनी सलामती के लिए पहनते हैं.

शाहरुख खान

वैसे तो शाहरुख खान अक्सर कहते हैं कि वो अंधविश्वास पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करते हैं, लेकिन वो अंक ज्योतिष पर इस कदर भरोसा करते हैं कि उन्होंने अपनी सभी गाड़ियों का नंबर 555 रखा है. इतना ही नहीं कोलकाता नाइट राइडर्स की हार से परेशान होकर उन्होंने ज्योतिषी के कहने पर अपनी टीम की जर्सी का रंग भी बैंगनी करवा दिया था.

आमिर खान

आमिर खान भी अंधविश्वास जैसी चीज़ों से अछूते नहीं हैं. आपको जानकर हैरत होगी कि आमिर खान दिसंबर महीने को अपने लिए बहुत लकी मानते हैं. यही वजह है कि वो अपनी फिल्मों को दिसंबर में ही रिलीज़ करते हैं.

दीपिका पादुकोण

मंदिर में भगवान के सामने नतमस्तक होना कोई अंधविश्वास नहीं है,लेकिन दीपिका पादुकोण अपनी फिल्मों की रिलीज़ से पहले मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में माथा टेकने ज़रूर जाती हैं, ताकि उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट हो जाएं.

कैटरीना कैफ

बताया जाता है कि फिल्म ‘नमस्ते लंदन’ के प्रमोशन के दौरान कैटरीना अजमेर शरीफ की दरगाह गई थीं और उनकी फिल्म ने अच्छा बिज़नेस किया था. तब से लेकर अब तक कैटरीना अपनी हर फिल्म रिलीज़ होने से पहले अजमेर शरीफ दरगाह जाकर दुआ मांगती हैं.

रणवीर सिंह

कुछ समय पहले रणवीर सिंह फिल्म के सेट पर बीमार पड़ने लगे थे और उन्हें चोटें भी लग जाती थीं. कहा जाता है कि घर के बड़े बुजुर्गों ने रणवीर को पैर में काला धागा बांधने का टोटका बताया. जिसके बाद से वो अपनी सलामती के लिए पैर में काला धागा बांधने लगे.

अमिताभ बच्चन

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को क्रिकेट बेहद पसंद है, लेकिन वो कभी भी भारत का क्रिकेट मैच लाइव नहीं देखते. उनका मानना है कि अगर वो टीवी के सामने बैठ जाते हैं तो भारत के विकेट गिरने शुरू हो जाते हैं. अब ये अंधविश्वास नहीं तो क्या है.

शिल्पा शेट्टी

अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी भी अंधविश्वास में विश्वास करती हैं. शिल्पा की मानें तो वो अपनी आईपीएल टीम ‘राजस्थान रॉयल्स’ के मैच के दौरान दो घड़ियां पहनती हैं और ऐसा करने से उनकी टीम को सफलता मिलती है.

 

करण जौहर

करण जौहर की यह धारणा थी कि उनकी फिल्में तभी सफल होंगी जब वो ‘क’ अक्षर से हो. यही वजह है कि उनकी कई फिल्में ‘क’ से ही शुरू होती हैं. हालांकि करण का कहना है कि वो बचपन में अंधविश्वास थे और अब इन पर विश्वास करना छोड़ दिया है.

एकता कपूर

छोटे पर्दे की क्वीन एकता कपूर का अंधविश्वास को जग ज़ाहिर है. एकता अपने हर काम को शुरू करने से पहले ज्योतिष की राय लेती हैं. वो इतनी ज़्यादा अंधविश्वासी हैं कि शूटिंग की तारीख से लेकर शूटिंग की जगह तक के लिए वो ज्योतिष की सलाह लेती हैं.

ज़्यादा नमक खाने के साइड इफेक्ट्स ( Side Effects Of Consuming Too Much Salt)

$
0
0

कितना नमक है ज़रूरी?
एडल्ट के लिए रोज़ाना एक ग्राम नमक काफ़ी है और बच्चों को तो उससे भी कम नमक की ज़रूरत होती है. लेकिन रिसर्च के अनुसार हम 8.1 ग्राम नमक रोज़ खाते हैं, जो हमारी शरीर की ज़रूरत से बहुत ज़्यादा है. ज़्यादा नमक खाने की हमारी यही आदत हमें कई बीमारियों के रिस्क ज़ोन में पहुंचा देती है.

नमक के साइड इफेक्ट्स
थोड़ी मात्रा में नमक का सेवन हमारी हेल्थ के लिए ज़रूरी है, लेकिन नमक का ज़्यादा सेवन कई बीमारियों की वजह भी बन सकता है.
ब्लड प्रेशरः हालांकि हाई ब्लड प्रेशर के कई और भी कारण होते हैं, जैसे- असंतुलित लाइफस्टाइल, मोटापा, एक्सरसाइज़ न करना, ग़लत खान-पान. पर ़ज़्यादा नमक का सेवन भी हाई ब्लड प्रेशर के लिए ज़िम्मेदार है.

नसों को भी होता है नुक़सानः ज़्यादा नमक के सेवन से नसों को भी नुक़सान होता है. ज़्यादा नमक से यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है, जिससे जोड़ों और नसों में दर्द बढ़ जाता है. इतना ही नहीं, यूरिक एसिड बढ़ने से यूरिन में एल्ब्यूमिन आने लगता है. अमेरिकन हार्ट जर्नल में छपी रिपोर्ट के अनुसार, जो जितना अधिक सोडियम का सेवन करता है, उसके यूरिक एसिड और एल्ब्यूमिन के बढ़ने की आशंका उतनी ही ज़्यादा होती है.

अस्थमाः अस्थमा एक आम तकलीफ़ है. हर 11 बच्चों में से एक बच्चा और 12 एडल्ट में से एक एडल्ट अस्थमा से पीड़ित है. हालांकि ज़्यादा नमक खाना अस्थमा की वजह नहीं है, लेकिन रिसर्च से साबित हो चुका है कि ज़्यादा नमक के सेवन से अस्थमा की तकलीफ़ बढ़ जाती है. अस्थमा के मरीज़ अगर नमक का सेवन कम कर दें, तो उन्हें राहत ज़रूर मिलेगी.

डायबिटीज़ः पिछले कुछ सालों में डायबिटीज़ के मरीज़ों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है. नमक का सेवन ब्लड प्रेशर बढ़ाकर डायबिटीज़ के रिस्क को बढ़ा सकता है. जिन लोगों को डायबिटीज़ है, वो खाने में नमक की मात्रा कम करके ब्लड प्रेशर को हेल्दी रेंज में रख सकते हैं, जिससे डायबिटीज़ के रिस्क को भी कम किया जा सकता है.

ये भी पढ़ेंः थायरॉइड को जड़ से ख़त्म करने के घरेलू उपाय

हार्ट के लिए भी ख़तराः हार्ट एक्सपर्ट हमेशा से ही ये सलाह देते रहते हैं कि हेल्दी हार्ट के लिए खाने में नमक की मात्रा कम करें. अमेरिका में हुए शोध से पता चला है कि जो लोग रोज़ ज़रूरत से ज़्यादा नमक खाते हैं, उसका सीधा असर उनकी उम्र पर पड़ता है और उन्हें दिल की बीमारियां होने लगती हैं, शोध के अनुसार, अधिक नमक के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने का ख़तरा 200 प्रतिशत बढ़ जाता है.

स्ट्रोकः ब्रेन स्ट्रोक के लिए ब्लड प्रेशर सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है और नमक का सेवन ब्लड प्रेशर के रिस्क को बढ़ाता है. इस तरह नमक का सेवन अप्रत्यक्ष रूप से स्ट्रोक के लिए ज़िम्मेदार होता है. स्ट्रोक के ख़तरे से बचना है, तो एक्सरसाइज़ और हेल्दी ईटिंग हैबिट्स के साथ ही नमक खाना भी कम कर दें.

ऑस्टियोपोरोसिसः नमक और हाई ब्लड प्रेशर का गहरा संबंध है और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़ के यूरिन से कैल्शियम ज़्यादा निकलता है, जिससे उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस का ख़तरा बढ़ जाता है. ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के लिए कैल्यिशम और विटामिन डी की उचित मात्रा ज़रूरी है. ज़्यादा नमक खाने से कैल्शियम लॉस बहुत जल्दी होता है, जिससे हड्डी संबंधी प्रॉब्लम्स होने लगती हैं.

कोरोनरी हार्ट डिसीज़ः हाई ब्लड प्रेशर कोरोनरी हार्ट डिसीज़ का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है. चूंकि नमक से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, तो कोरोनरी हार्ट डिसीज़ का ख़तरा बढ़ जाता है. यानी नमक का सेवन कम करके आप कोरोनरी हार्ट डिसीज़ के ख़तरे को कम कर सकते हैं.

पेट का कैंसरः ज़्यादा नमक का सेवन पेट के कैंसर के रिस्क को बढ़ा देता है. एच पाइलोरी पेट के कैंसर का मुख्य रिस्क फैक्टर है. इससे पेट में इंफ्लेमेशन बढ़ता है, जिससे अल्सर और कैंसर का ख़तरा बढ़ जाता है. पेट में एच पाइलोरी की मौजूदगी पेट को नुक़सान नहीं पहुंचाती, लेकिन नमक का अधिक सेवन बैक्टीरियम के ग्रोथ को बढ़ा सकता है, जिससे कैंसर का ख़तरा बढ़ जाता है. यदि पेट के कैंसर से बचना चाहते हैं तो अन्य रिस्क फैक्टर्स के अलावा नमक से भी परहेज़ करें.

वॉटर रिटेंशनः नमक ज़्यादा खाने से वॉटर रिटेंशन की भी प्रॉब्लम हो जाती है. अगर आप भी ब्लॉटिंग महसूस कर रहे हैं, तो बस नमक खाना कम कर दें. आप तुरंत हल्का-फुल्का महसूस करने लगेंगे. इतना ही नहीं, वॉटर रिटेंशन कम होने से आपका वज़न भी कम होने लगेगा.

ये भी पढ़ेंः जानें आइब्रूफेन को

अरविंद तिवारी

गर्मियों में सन टैन से बचने के 10 असरदार घरेलू उपाय ( How To get Rid Of Sun Ta- 10 Natural Tips)

$
0
0

 

– सन टैन को दूर करने के लिए भी बेसन बहुत फ़ायदेमंद है. इसमें दही और नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाकर चेहरे पर लगाएं और सूखने पर धो लें.
– टमाटर को काटकर उसे त्वचा पर रब करें. टैन दूर होगा.
– पपीते को मैश करके प्रभावित हिस्सों पर रब करने से टैन दूर होता है.
– सन टैन के लिए एलोवीरा जेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा नींबू का रस, ककड़ी का रस, आलू, दही, मलाई, दूध, चंदन पाउडर, मुल्तानी मिट्टी आदि भी टैन दूर करके स्किन को कूलिंग इफेक्ट देते हैं.
– ठंडे दही में चुटकीभर हल्दी मिलाकर हाथों, गर्दन व चेहरे पर 20 मिनट तक लगाकर रखें. सूखने पर धो लें. यह चेहरे के अलावा हाथों व पूरे शरीर का टैन दूर करने का बेहतरीन उपाय है.
– हाथों का टैन दूर करने के लिए 1 कप क्रश्ड ब्राउन शुगर में ऑलिव ऑयल और नींबू का रस मिलाकर लगाएं.
– टमाटर के पल्प में शहद की बूंद मिलाकर 10 मिनट तक चेहरे पर लगाएं. ठंडे पानी से धो लें. यह पैक ऑयली स्किन के लिए सबसे अच्छा है. यह टैन रिमूव करके हेल्दी शाइन भी देता है.
– 4 टीस्पून दूध, 1 टेबलस्पून शहद, 2 टेबलस्पून नींबू का रस. सारी सामग्री को मिलाकर 15 तक लगाकर रखें. ठंडे पानी से धो लें. यह टैन रिमूव करता है.
– 2 टेबलस्पून मैंगो पल्प, 1 टीस्पून चंदन पाउडर, 1 टीस्पून शहद, 1 टेबलस्पून दही, थोड़ा-सा हल्दी पाउडर. ये सारी सामग्री एक-एक करके चेहरे पर अप्लाई करें- पहले मैंगो पल्प, फिर चंदन पाउडर, फिर शहद, दही और हल्दी पाउडर. 15 मिनट बाद धो लें.
– सनबर्न होने पर जल्दी आराम पाने के लिए सबसे अच्छा उपाय है ठंडा दही. प्रभावित हिस्से पर 20 मिनट तक दही लगाकर रखें, फिर धो लें. हर एक घंटे के अंतराल पर यह करें.

ये भी पढ़ेंः घर पर बनाएं नैचुरल व हर्बल सनस्क्रीन लोशन

ईशा अंबानी की शादी की डेट हुई फाइनल, दिसंबर में लेंगी सात फेरे (Mukesh Ambani’s Daughter Isha Ambani To Marry Anand Piramal In December)

$
0
0

देश के सबसे अमीर बिज़नेसमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की लाडली बेटी ईशा अंबानी  (Isha Ambani) इसी साल दिसंबर में आनंद पीरामल के साथ सात फेरे लेंगी. 

देश के सबसे रईस और जानेमाने बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी अब जल्द ही दुल्हन बनने वाली हैं. ख़बरों के मुताबिक़ ईशा इसी साल दिसंबर महीने में बिज़नेसमैन अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल के साथ सात फेरे लेंगी और दोनों की शादी इंडिया में ही होगी. मीडिया में आई ख़बरों के अनुसार ईशा की सगाई आनंद पीरामल के साथ हो चुकी है और अब ईशा की सगाई सुर्खियों में है.

हालांकि अंबानी और पीरामल परिवार के बीच पिछले चार दशक से दोस्ती की रिश्ता कायम है और अब यह दोस्ती रिश्तेदारी में बदलने जा रही है. सिर्फ़ दोनों परिवार ही एक-दूसरे को लंबे समय से नहीं जानते बल्कि ईशा और आनंद भी लंबे समय के एक-दूसरे के दोस्त हैं. बताया जाता है कि आनंद ने ईशा को महाबलेश्वर के मंदिर में प्रपोज़ किया और ईशा के हां कहने के बाद दोनों परिवारों ने इस रिश्ते को आगे बढ़ाने का फैसला किया.

#IshaAmbani and #AnandPiramal got engaged over this weekend!

A post shared by Nita Ambani (@nitamambani) on

बता दें कि आनंद पीरामल हॉवर्ड बिज़नेस स्कूल से ग्रेजुएट हैं और वर्तमान में वो पीरामल एंटरप्राइज़ेस में कार्यकारी निदेशक के तौर पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने दो स्टार्टअप भी शुरू किए हैं. जबकि ईशा जून में स्टेनफोर्ड से बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन प्रोग्राम में मास्टर्स कर लेंगी. फिलहाल वो रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल के बोर्ड में शामिल हैं. इसके साथ ही उनके पास येल यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी और साउथ एशियन स्टडीज़ में बैचलर डिग्री है.

यह भी पढ़ें: सोनम की मेहंदी की थीम है ‘शेड्स ऑफ व्हाइट’

 

 

 

 


सोनम कपूर की मेहंदी सेरेमनी में सज-धजकर आए बॉलीवुड स्टार्स (Wow! Sonam Kapoor’s Latest Pictures Of Her Mehendi Ceremony!)

$
0
0

सोनम कपूर की मेहंदी सेरेमनी में बॉलीवुड के सितारे खूब सज-धजकर आए. सोनम की समर वेडिंग में पेस्टल कलर्स के आउटफिट खूब छाए रहे. ख़ुद सोनम कपूर ने भी व्हाइट कलर के साथ-साथ पेस्टल कलर्स को अपने वेडिंग कलेक्शन में शामिल किया.

 

 

सोनम के फैन्स उनकी तस्वीरों का बेसब्री इंतज़ार कर रहे हैं इसलिए हम आप तक पहुंचा रहे हैं सोनम कपूर की मेहंदी सेरेमनी की लेटेस्ट तस्वीरें.

 

 

इस एक्ट्रेस के साथ रहा है सोनम का 36 का आंकड़ा, फिर भी फोन करके शादी के लिए किया पर्सनली इनवाइट (Sonam Kapoor personally invites Aishwarya Rai on phone for her wedding)

$
0
0

सोनम कपूर का ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ रहा है 36 का आंकड़ा, लेकिन इस कैट फाइट को ख़त्म करने के लिए उन्होंने ख़ुद ऐश को फोन करके शादी के लिए इनवाइट किया है. 

बॉलीवुड इंडस्ट्री में वैसे तो अभिनेत्रियों के बीच कैट फाइट होना बहुत ही आम बात है. हालांकि सोनम कपूर का भी बॉलीवुड की एक जानी मानी अभिनेत्री के साथ 36 का आंकड़ा रहा है, लेकिन लगता है कि सोनम अपनी पुरानी कैट फाइट को भुला देना चाहती हैं इसलिए उन्होंने पर्सनली फोन करके उस एक्ट्रेस को अपनी शादी के लिए इनाइट किया है. हम जिस अभिनेत्री की बात कर रहे हैं वो कोई और नहीं बल्कि पूर्व विश्व सुंदरी और बच्चन परिवार की बहू ऐश्वर्या राय बच्चन हैं.

दरअसल, कुछ समय पहले सोनम ने ऐश्वर्या को आंटी कह दिया था, जिसके चलते ऐश उनसे बेहद ख़फा हो गई थीं. हालांकि सोनम ने उन्हें आंटी इसलिए कहा था क्योंकि ऐश उनके पापा के अनिल कपूर के साथ काम कर चुकी हैं, लेकिन ख़बरों की मानें तो अब सोनम ऐश से अपनी सारी कड़वाहट मिटा देना चाहती हैं. बता दें कि सोनम ने ख़ुद ऐश्वर्या को फोन किया और दोनों के बीच काफ़ी देर तक बात भी हुई. जिसके बाद ऐश्वर्या ने सोनम के इनविटेशन को एक्सेप्ट भी कर लिया.

ऐश, अभिषेक और श्वेता को सोनम कपूर ने पर्सनली इनवाइट किया है, जबकि अमिताभ और जया बच्चन को सोनम के पापा अनिल कपूर ने इनवाइट किया है. दअसल, सोनम और ऐश के बीच कैट फाइट की शुरुआत साल 2009 में हुई थी, लेकिन अब लगता है कि दोनों के बीच की ये कड़वाहट अब ख़त्म हो जाएगी.

यह भी पढ़ें: सोनम कपूर की मेहंदी सेरेमनी में सज-धजकर आए बॉलीवुड स्टार्स

 

बेहतरीन मेहंदी लगाने के 10 स्मार्ट ट्रिक्स (10 Amazing Smart Tricks To Apply Mehendi)

$
0
0

शादी-ब्याह हो या फिर तीज-त्योहार मेहंदी को ख़ासतौर पर लगाया जाता है. हर किसी की ख़्वाहिश होती है कि मेहंदी हाथों में अच्छी तरह से रचे व ख़ूबसूरत लगे.

* बाज़ार से रेडीमेड कोन लेने की बजाय ख़ुद घर में ही कोन तैयार किया जाए, तो अच्छा है. इसके लिए मेहंदी पाउडर को मलमल के बारीक़ कपड़े से कम से कम दो-तीन बार छान लें. ध्यान रहें, मेहंदी जितनी बारीक़ रहेगी, उतनी ही गहरी रचेगी.

* मेहंदी लगाने से तीन-चार घंटे पहले उसे अच्छी तरह से घोल लें. इस बात का ख़्याल रखें कि घोल में गांठ न पड़ने पाएं. किसी चौड़े बर्तन में ही मेहंदी को घोलें तो अच्छा है, ताकि मेहंदी अच्छी तरह से मिक्स हो सकें.

* मेहंदी का घोल बेहतरीन बनाने के लिए इसमें कत्था, चाय पत्ती व कॉफी पाउडर मिलाएं. इसके लिए मेहंदी में मिलाने के अनुसार पानी लें और उसमें आधा-आधा टीस्पून कॉफी पाउडर, चाय की पत्ती व कत्था मिलाकर उबाल लें. ठंडा होने पर इसे छानकर मेहंदी में डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें.

यह भी पढ़े: 17 बातें मेहंदी लगाने से पहले ध्यान दें 

* अब इस मिश्रण को पॉलीथिन के बने कोन में भरकर ऊपर से सेलोटेप से बंद कर दें. फिर नोकदार प्वॉइंट पर छेद करके हल्के हाथों से दबाते हुए डिज़ाइन्स बनाएं.

* मेहंदी लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोकर साफ़ कर लें. ध्यान रहे, हाथ गीले भी न हों. हाथों को अच्छी तरह से पोंछकर सुखा लें.

* जब मेहंदी हल्का-सा सूखने लगे, तब शक्कर व नींबू के रस का घोल रुई की सहायता से हल्के हाथों से पूरी मेहंदी डिज़ाइन्स पर लगाएं. इससे रंग गहरा चढ़ता है.

* मेहंदी सूख जाने पर रंग को गहरा करने के लिए हाथों पर सरसों का तेल भी लगा सकते हैं.

यह भी पढ़े: 18 इफेक्टिव टिप्स से रचाएं गहरी मेहंदी 

* जितना हो सके उतने समय तक हाथों को गीला न होने दें. कम से कम 3-4 घंटे तो ज़रूर पानी में हाथ न लगाएं.

* यदि मेहंदी को रात के समय लगाए, तो अच्छा है, ताकि आप रातभर रख सकें.

* मेहंदी छुड़ाने के बाद 4-5 लौंग को आग में डालकर उसके धुएं से हथेलियों को सेंके. इससे मेहंदी का रंग गहरा होता है.

– ऊषा गुप्ता

मेहंदी डिजाइन एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें

 

 

सोनम की शादी: देखिए दूल्हा-दुल्हन और शादी के वेन्यू की ख़ूबसूरत पिक्स (Sonam ki Shaadi: wedding look of Sonam Kapoor, Anand Ahuja And venue)

$
0
0

अनिल कपूर की लाडली बेटी सोनम कपूर आज रियल लाइफ में बिज़नेसमैन आनंद आहूजा की दुल्हन बनी हैं. दोनों की शादी पंजाबी रिति-रिवाज़ के मुताबिक हो रही है. एक ओर जहां आंनद दूल्हे के लिबास में जंच रहे हैं तो लाल रंग के लहंगे में सोनम बेहद ख़ूबसूरत लग रही हैं. इतना ही नहीं दोनों के रॉयल वेडिंग का वेन्यू भी बहुत ही ख़ूबसूरती के साथ सजाया गया है. दोनों की शादी में बॉलीवुड के जाने माने सेलेब्स भी पहुंचे हैं.

चलिए हम आपको दिखाते हैं दूल्हे आनंद आहूजा, शादी के वेन्यू और शादी में शरीक होने वाले सितारों की ख़ूबसूरत तस्वीरें.

लाल जोड़े में सोनम कपूर बेहद ख़ूबसूरत लग रही हैं.

दूल्हे के लिबास में काफ़ी जंच रहे हैं आनंद आहूजा.

सोनम और आनंद की शादी का ख़ूबसूरत वेन्यू.

जाह्नवी, खुशी और पिता बोनी कपूर शादी में पहुंचे.

सोनम के चाचा संजय कपूर और चाची.

अभिनेत्री स्वरा भास्कर नीले रंग के लहंगे में बहुत ख़ूबसूरत दिख रही हैं.

पिंक कलर की ड्रेस में सोनम की शादी अटेंड करने पहुंची जैकलीन फर्नांडिस.

यह भी पढ़ें: इस एक्ट्रेस के साथ रहा है सोनम का 36 का आंकड़ा, फिर भी फोन करके शादी के लिए किया पर्सनली इनवाइट

 

हथेली के रंग से जानें अपना भविष्य (Palmistry: Know Your Future & Destiny By Looking At Your Hands)

$
0
0

क्या आप जानते हैं कि आपकी हथेली का रंग आपके भविष्य और भाग्य के बारे में बहुत कुछ बता देता है. आपकी हथेली का रंग, हथेली की रेखाओं का रंग आदि देखकर आप ये जान सकते हैं कि आपका भाग्य और भविष्य कैसा है. हथेली का रंग और भविष्य का क्या कनेक्शन है? बता रहे हैं पंडित राजेंद्र जी.

हथेली के रंग से जानें अपना भविष्य जानने के लिए देखें ये वीडियो:

Viewing all 25957 articles
Browse latest View live


<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>