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शादी के बाद बदल गई हैं भारती, देखें उनका न्यू अवतार! (Bharti Singh In New Avtar)

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शादी के साइड इफेक्ट्स या यूं कहें कि आफ्टर इफेक्ट्स साफतौर पर भारती (Bharti Singh) पर नज़र आ रहे हैं, तभी तो वो लग रही हैं इतनी बदली-बदली और बेहद ख़ूबसूरत. भारती के ये ग्लैमरस पिक्चर्स (Pictures) देखकर आप भी रह जायेंगे दंग. भारती ने काफी वज़न भी घटाया है (Weightloss), जो साफ़ नज़र भी आ रहा है. 

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कहानी- भूख (Short Story- Bhookh)

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बंगलों से बचा-खुचा ले जाना अभी तक उसकी नियति थी तो क्या सूतक लगे घर का खाना ले जाना परिस्थितियों के समक्ष समझौता नहीं?  दीवार घड़ी के 4 घंटे बजते ही उसकी तंद्रा भंग हुई. कशमकश की दलीलों और तर्कों पर स्वयं उसकी और बच्चों की भूख हावी हो चुकी थी.

घर में घुसते ही नथुनों में घुस आई घी की महक और भुने राजगिरी की ख़ुशबू से कला की आंतें कुलबुला गईं. घर से भूखे पेट आज वह काम पर निकली थी. कल शाम बंगलों से मिले बचे-खुचे भोजन को वह सुबह बच्चों को नाश्ते के रूप में दे आई थी. उसी से रात को भोजन कर वह सुबह बच्चों के लिए रख पाई थी. अपना हिस्सा रख पाना उसके लिए संभव नहीं था.
पति के आकस्मिक निधन से ऐसी स्थिति निर्मित हुई थी. छोटी बहन लाजो के प्रयास से सिर छुपाने के लिए नाले के समीप बनी झुग्गियों में एक किराए पर घर ले पाई थी. पास के रिहायशी कॉलोनी में लाजो के संपर्क और अनुनय-विनय पर उसे पांच बंगलों में झाड़ू-पोंछे और बर्तन मांजने का काम मिल गया था. लाजो ने यथासंभव उसकी सहायता की थी.
“कला आज बर्तन नहीं है, साफ़-सफ़ाई के बाद ये लिस्ट लेकर किराने का सामान ले आ, साहब बात कर आए हैं. लिस्ट के अनुसार उपवास का अच्छा सामान लेना.” मेमसाहब की बातों से घी की लहराती महक रास्ता भूलकर उसके नथुनों से दूर हो गई.
“नवरात्रि प्रारंभ हो गई है. रोज़ अच्छे से झाड़ू-पोंछा करना. घर में सभी का उपवास है. मिकी और टीना तो शाम को एक समय फलाहार लेंगे. मेरा और साहब का फल-दूध से काम चल जाएगा.” मेमसाहब ने सामान के लिए थैला बरामदे में रखते हुए कहा.
घर की साफ़-सफ़ाई के बाद थैला लेकर वह किराने की दुकान की ओर चल पड़ी. आज वैसे भी वर्मा साहब और गुप्ता साहब के यहां छुट्टी थी. वे दोनों सपरिवार एक सप्ताह के लिए वैष्णोदेवी के दर्शन हेतु गए थे.
किराने की दुकान पर सेठ को लिस्ट देकर पॉलिथिन में भरे मखाने, छुहारे, राजगिरी, सूखे मेवे और न जाने क्या-क्या, जिनके बारे में उसने न कभी सुना था और न ही देखा था, वह देखने लगी. उपवास में ऐसा भोजन? इसका मतलब आज भी बचा-खुचा खाना बंगले से नहीं मिलने वाला.

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आज 2 बंगले बंद मिलेंगे और 3 बंगलों में व्रत-उपवास के कारण कुछ भी मिलने से रहा. पल्लू से माथे पर पसीने की बूंदों को पोंछते समय पल्लू की गांठ में बंधे पैसों की ओर ध्यान गया. खोलकर देखा, एक 10 का नोट, 5 और 2 रुपए के एक-एक सिक्के थे. 17 रुपए से महीने का आख़िरी सप्ताह गुज़ारना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन था. उस पर बंगलों से एडवांस तनख़्वाह मांगना यानी हाथ से काम गंवाना था.
“कला चाय पी ले.” वर्मा मेमसाहब ने चाय दी. सुबह से चौथी चाय थी. खाली पेट चाय से भर-भरकर मानसिक रूप से तो संतोष मिल रहा था, परंतु शारीरिक रूप से पेट की आग का दमन कर पाने में वह असमर्थ थी.
“शाम को मत आना, बर्तन नहीं होंगे. चाय का भगौना और कप मैं धो लूंगी.” जिसकी उम्मीद थी वही हुआ. इस बंगले में तो शाम की गुंजाइश न रही. सीढ़ियों पर लाजो मिल गई.
“जीजी, तीसरी गली के बंगला नं. 5 के मल्होत्रा साहब नहीं रहे, इसलिए दुबे मैडम के घर का काम जल्दी निबटाना पड़ा. ये लोग वहां बैठने जा रहे हैं. बच्चे कैसे हैं?” लाजो उसके कंधे पर हाथ रखते हुए बोली.
छोटी बहन के इस सहारे पर ही तो वह जी रही है. चाहकर भी वह भोजन या खाने की चर्चा लाजो से न कर पाई.
“जीजी, मल्होत्रा साहब के यहां काम वाली 4 दिन से छुट्टी पर है. तू तो जानती है, तेरी बगल वाली झुग्गी की सत्तो को. परसों चोरी के झूठे केस में पुलिस उसके पति को पकड़कर ले गई. वह बेचारी थाने-कचहरी के चक्कर में उलझी होगी. तुझसे क्या बन पाएगा आज? मल्होत्रा साहब के यहां जाकर काम कर देगी?”
“लाजो, अभी बंगाली साहब का काम बाकी है. उनका काम निबटाकर घर पहुंचना है. बच्चे भूखे होंगे. देख सूरज भी चढ़ आया है. देखती हूं यदि बंगाली साहब के घर का काम जल्दी हो गया तो पहुंच जाऊंगी.” कहते हुए दोनों अपने-अपने गंतव्य की ओर हो लीं.
बंगाली साहब के घर में घुसते ही तली मछली की महक से कला के पेट में घुमड़ते हुए भूख के बादल बिना बरसे ही गायब हो गए. क्या नवरात्रि और क्या तीज़-त्योहार? बंगाली साहब के यहां हर दिन मछली के बिना भोजन अधूरा रहता है. मेमसाहब की टूटी-फूटी बंगला मिश्रित हिंदी में कला समझ गई थी कि इस मांसाहारी परिवार में उसे यह समझौता तो करना ही पड़ेगा.
“कौला तुम जोल्दी काम निबटा लो. मौल्होत्रा शाहेब मारा गया, उनके यहां जाना है.” कला तो समझ गई, पर उसे हंसी आ गई.
इस घर से न तो वह कभी कुछ लेती थी और न ही मेमसाहब ने कभी दिया. कला का शुद्ध शाकाहारी होना उसे इस परिवार से कुछ भी लेने से रोकता था.
एक बज चुके थे. ताला बंद कर वे दोनों एक साथ घर से निकले.
घर में भूखे बच्चे उसका इंतज़ार कर रहे होंगे. बच्चों को झुग्गी से बाहर न निकलने की हिदायत देकर वह रोज़ निकलती है. आज तो सत्तो की बेटी भी उसके यहां आकर बैठी होगी- दीपा की हमउम्र. सत्तो की बेटी ने भी कुछ न खाया होगा सुबह से. उसे अनायास लाचारी और बेबसी में डूबी सत्तो, थानेदारों के समक्ष नज़र आने लगी. पति के लिए कितना गिड़गिड़ा रही होगी.
इसी ऊहापोह में वह कब मल्होत्रा साहब के घर के सामने बंगाली मेमसाहब के साथ आ खड़ी हुई, उसे पता ही नहीं चला.
“कौला, तुम चलेगा अंदर.” बंगाली मेमसाहब ने इशारों-इशारों में उस से पूछा.
पल्लू में बंधे 17 रुपए को मुट्ठी में भींचकर कला अंदर चल दी. आज यहां काम कर देगी तो 5-6 घर उसके हो जाएंगे. आमदनी बढ़ेगी तो बच्चों की पढ़ाई, रहन-सहन, भोजन, पहनने-ओढ़ने में ख़र्च कर सकेगी और कुछ बचत भी कर पाएगी. ़ज़्यादा से ़ज़्यादा 2 घंटे और, आज 3 बजे तक घर पहुंचेगी.
यहां काम के बाद ब्रेड का पैकेट और अचार के पाउच लेकर घर पहुंचेगी.
मल्होत्रा साहब के घर रोना-धोना मचा था. अर्थी तैयार की जा रही थी. चारों ओर स़फेद कपड़ों में लोग नज़र आ रहे थे. गर्मी के मारे सभी हलाकान थे. गली के मोड़ पर मुक्ति वाहन खड़ा था. एक नौजवान लड़के को सभी लोग सांत्वना और दिलासा दे रहे थे, वह शायद मल्होत्रा साहब का लड़का था.
कला की निगाहें भसीन मेमसाहब को ढूंढ़ रही थीं, वे मल्होत्रा साहब की रिश्तेदारों में से थीं और लाजो उन्हीं के घर कपड़े धोने का काम करती थी.
बड़े लोगों की यदि बारातें सड़क रोकती हैं तो उनकी शवयात्रा में उपस्थित लोग उनके बड़प्पन की याद दिलाते हैं. सैकड़ों लोग मल्होत्रा साहब की शवयात्रा में शामिल थे. कला को अब खीझ हो रही थी. अर्थी उठने का नाम नहीं ले रही थी. एक-एक सगे-संबंधी, रिश्तेदार और समाज के लोग मृत देह को माला पहना रहे थे. उसे अपनी सोच पर बड़ी शर्मिंदगी हुई, जिनका सगा दुनिया छोड़ कर गया, उन्हें तो अंतिम दर्शन जीभर करना चाहिए. उसकी भूख और दोपहर के भूखे उसके बच्चों से यहां किसे क्या लेना-देना!

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दोपहर 2 बजे अर्थी उठी. मल्होत्रा मेमसाहब के दारुण क्रंदन से उसकी भी आंखें भर आईं. स्वयं के साथ घटित घटनाक्रम चलचित्र की तरह आंखों के सामने घूम गया. स्वयं का विलाप और बच्चों का हिचकियां लेकर रोना याद कर उसका गला रुंध गया.
भसीन मेमसाहब से मुलाक़ात कर लाजो का ज़िक्र करने पर ही वे समझ गईं.
काम से तो कला ने कभी जी नहीं चुराया था. रसोई में बर्तन से लेकर झाड़ू-पोंछा, आने-जानेवालों के लिए चाय, ठंडे पानी की व्यवस्था से लेकर छत में पड़े सूखे कपड़ों को लाकर तह करने तक वह निःशब्द सब कुछ चुपचाप करती रही. उसे कभी-कभी अपने द्वारा किए गए शारीरिक श्रम पर आश्‍चर्य भी होता. सुबह से भूखे पेट वह इतना काम किस जोश और जुनून में करती गई!
मल्होत्रा मेमसाहब की बहन, जिन्हें सब बुआजी संबोधित कर रहे थे, के कहे अनुसार वह चुपचाप एक-एक काम निबटाती गई. साढ़े तीन बज चुके थे.
“बुआजी, मैं जाऊं क्या? 5 बजे तक फिर से आ जाऊंगी. बच्चे घर में अकेले मेरी प्रतीक्षा कर रहे होंगे.” कला बुआजी से पूछ बैठी.
रोते-रोते लाल हो चुकी आंखों से पलकें झपकाकर बुआजी ने हामी भरी तो उसकी जान में जान आई.
बंगले से निकलकर घर जाकर उसे नहाना होगा. पिछवाड़े ही टीन के पतरों को जोड़कर नहाने की जगह
बनी थी.
“बाई…” मल्होत्रा साहब के बंगले से आवाज़ आई. किसी ने उसे ही चिल्लाकर पुकारा. मुड़कर देखा तो 20-22 वर्ष की लड़की उसे हाथ के इशारे से बुला रही थी.
अब उसे एक-एक पल भारी लग रहा था. फिर भी लड़की के आग्रह से वह वापस आई.
“बाई, अंदर बुआजी बुला रही हैं.” लड़की ने कहा.
रसोई में बुआजी फ्रिज से खाना निकाल रही थीं.
“कला, घर से मिट्टी उठी है, सूतक लगा है. आज दोपहर का भोजन तो पक चुका था. खाएगा तो कोई नहीं. इन्हें तू ले जा.” बुआजी ने कहा.
डायनिंग टेबल पर पत्तागोभी की सब्ज़ी, दाल, पनीर का रसा, गर्म डिब्बे में रखी रोटियां, भात, न जाने क्या-क्या था. सब गड्ड-मड्ड होने लगा. कला का सिर चकरा गया. बंगलों से बचा-खुचा ले जाना अभी तक उसकी नियति थी तो क्या सूतक लगे घर का खाना ले जाना परिस्थितियों के समक्ष समझौता नहीं?
दीवार घड़ी के 4 घंटे बजते ही उसकी तंद्रा भंग हुई. कशमकश की दलीलों और तर्कों पर स्वयं उसकी और बच्चों की भूख हावी हो चुकी थी.
बड़े पॉलिथिन बैग में रखे छोटे-छोटे पैकेटों में खाना लिए वह लंबे डग भरते हुए घर की ओर लौट रही थी.

 

– कौशिक सेनगुप्ता

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कितना जानते हैं आप ‘नॉमिनी’ के बारे में? (Why You Must Appoint A Nominee?)

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जब भी हम बैंक में सेविंग्स अकाउंट खोलते हैं, म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते हैं, प्रॉपर्टी/शेयर्स ख़रीदते हैं या फिर जीवन बीमा करवाते हैं, तो हर बार हमें ‘नॉमिनी’ अपॉइंट करना होता है. ज़्यादातर लोगों को यही ग़लतफ़हमी है कि उसकी मृत्यु के बाद सारी रक़म नॉमिनी को मिल जाएगी, जबकि ऐसा है नहीं. नॉमिनी स़िर्फ आपके पैसों का केयरटेकर होता है, न कि मालिक. तो क्यों ज़रूरी है नॉमिनी बनाना और क्या हैं उसके अधिकार, आइए जानते हैं.

Why You Must Appoint A Nominee

कौन है नॉमिनी?

क़ानूनन नॉमिनी वह व्यक्ति है, जो आपकी मृत्यु के बाद कंपनी से मिली रक़म को आपके क़ानूनी वारिसों तक पहुंचाता है. वह क़ानूनन उस रक़म का मालिक नहीं होता, स़िर्फ एक ट्रस्ट होता है. सरल शब्दों में कहें, तो नॉमिनी एक केयरटेकर की तरह होता है, जो हमारे न रहने पर हमारी जमा-पूंजी को हमारे अपनों तक पहुंचाता है.

– अगर आपके अकाउंट के जॉइंट होल्डर्स हैं या फिर आपने वसीयत बनाई है, तो वसीयत के मुताबिक़ सारी जमा-पूंजी आपके क़ानूनी वारिस में बांट दी जाएगी. पर अगर आपने अपने क़ानूनी वारिस को ही अपना नॉमिनी बनाया है, तो उसके लिए चीज़ें आसान हो जाती हैं.

– मान लीजिए कि आपने अपनी पत्नी को सब जगह नॉमिनी बनाया है और वह आपकी क़ानूनी वारिस भी है, पर आपकी मृत्यु के बाद सब कुछ उसी को नहीं मिलेगा, जो भी आपकी जमा-पूंजी होगी, वह आपकी पत्नी और बच्चों में बराबर बंटेगी, लेकिन अगर आपने अपनी वसीयत में यह लिख दिया है कि मेरी पत्नी को फलां-फलां हिस्सा मिलेगा, तो क़ानूनन बाध्य हो जाता है, जिस पर आपके बच्चे क्लेम नहीं कर सकते.

क्या है नॉमिनी का रोल व अधिकार? 

नॉमिनी का अहम् रोल उस व्यक्ति की मृत्यु के बाद ही शुरू होता है. इंश्योरेंस कंपनी से इंश्योरेंस के पैसे निकालना बहुत ही पेचीदा होता है. कई क़ानूनी दस्तावेज़ों के बावजूद कई बार पैसा लंबे समय तक अटका रहता है, ऐसे में नॉमिनी के रहने से यह प्रक्रिया आसान हो जाती है. नॉमिनी बनाए ही इसीलिए जाते हैं, ताकि आपके न रहने पर आपके अपनों को इन क़ानूनी झंझटों का सामना न करना पड़े.

किसे और कैसे करें अपॉइंट?

आप अपने परिवार के किसी सदस्य, दोस्त या किसी भरोसेमंद व्यक्ति को नॉमिनी अपॉइंट कर सकते हैं. जब भी आप प्रॉपर्टी, इंश्योरेंस, म्यूचुअल फंड्स, स्टॉक्स, बैंक डिपॉज़िट्स आदि में इन्वेस्ट करते हैं, तो आपको एप्लीकेशन के साथ-साथ एक और फॉर्म दिया जाता है, जहां आप अपने नॉमिनी के बारे में जानकारी देते हैं. कहीं-कहीं इसके लिए 1 या 2 गवाहों की ज़रूरत भी पड़ती है.

कहां-कहां बनाते हैं नॉमिनी?

जीवन बीमा: पॉलिसी होल्डर अपने माता/पिता, पति/पत्नी या फिर बच्चों को नॉमिनी बनाते हैं, तो  वो अपने आप बेनीफीशियल नॉमिनी बन जाते हैं. इसलिए जीवन बीमा में हमेशा अपने क़ानूनी वारिस को ही नॉमिनी बनाएं. इसमें आप एक से ज़्यादा नॉमिनी अपॉइंट कर सकते हैं.

बैंक अकाउंट: बैंक डिपॉज़िट अकाउंट या फिर लॉकर अकाउंट के लिए भी अपने किसी क़रीबी को नॉमिनी बना सकते हैं. यहां पर एक छूट है कि आप अपने किसी भरोसेमंद दोस्त को भी अपना नॉमिनी बना सकते हैं, ज़रूरी नहीं कि वो आपका क़ानूनी वारिस ही हो. लेकिन आप किसी एक व्यक्ति को ही नॉमिनी बना सकते हैं. यहां मल्टीपल नॉमिनी का ऑप्शन नहीं है. अगर जॉइंट अकाउंट हो, तो दूसरे होल्डर को अमाउंट मिलेगा और उसके ना रहने पर नॉमिनी को.

फिक्स्ड डिपॉज़िट: एफडी में इन्वेस्ट करते समय भी आपको किसी को नॉमिनी बनाना पड़ता है. यहां भी केवल किसी एक व्यक्ति को ही नॉमिनी बनाया जा सकता है.

डीमैट अकाउंट: शेयर्स और सिक्योरिटीज़ के इन्वेस्टमेंट डीमैट अकाउंट के ज़रिए किए जाते हैं. इसके लिए आप मल्टीपल नॉमिनी नियुक्त कर सकते हैं. यहां नॉमिनी स़िर्फ केयरटेकर नहीं, बल्कि मालिक होता है. उसे क़ानूनी वारिस को शेयर्स ट्रांसफर नहीं करने होते.

म्यूचुअल फंड: यहां आप तीन लोगों को अपना नॉमिनी बना सकते हैं. आप चाहें तो उनके लिए शेयर्स भी बांट सकते हैं. उदाहरण के लिए आप अपनी पत्नी और दो बच्चों को नॉमिनी बना सकते हैं. पत्नी को 50% और बच्चों को 25-25% शेयर्स दे सकते हैं.

प्रॉपर्टी: प्रॉपर्टी के मामले में वसीयत और सक्सेशन लॉ काम करते हैं, नॉमिनी की कोई ख़ास भूमिका नहीं होती. पर हां, अगर आप किसी कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में रहते हैं, तो आपको नॉमिनी नियुक्त करना ज़रूरी होता है, क्योंकि सोसाइटी में आप किसी एक फ्लैट में रहते हैं, जो एक बड़ी यूनिट है. इसलिए यहां नॉमिनी बनाना ज़रूरी हो जाता है.

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Why You Must Appoint A Nominee

नॉमिनी से जुड़े 5 ज़रूरी सवाल-जवाब

नॉमिनी अपॉइंट करते समय आपके ज़ेहन में भी कई सवाल आएंगे, इसलिए ज़रूरी है कि पहले उन सभी सवालों को सुलझा लें.

1. क्या नाबालिग नॉमिनी बन सकता है?

जी हां, 18 साल से कम उम्रवाले को भी नॉमिनी बनाया जा सकता है, लेकिन उसके साथ आपको कोई गार्जियन भी अपॉइंट करना पड़ेगा. उदाहरण के लिए आप अपने बच्चे को अपना नॉमिनी बनाकर पत्नी को गार्जियन बना सकते हैं. और चूंकि दोनों ही आपके क़ानूनी वारिस हैं, तो आपके जाने के बाद कोई क़ानूनी समस्या भी नहीं आएगी.

2. क्या एक से ज़्यादा नॉमिनी हो सकते हैं?

आप चाहें, तो एक से ज़्यादा लोगों को अपना नॉमिनी बना सकते हैं और अगर चाहें तो उनके लिए शेयर्स भी बांट सकते हैं.

3. क्या नॉमिनी बदल सकते हैं?

आप जब चाहें, जितनी बार चाहें नॉमिनी बदल सकते हैं. इसके लिए आपको स़िर्फ एक फॉर्म भरकर देना होगा और आपका नॉमिनी बदल जाएगा. यह पूरी तरह आपका अधिकार है.

4. नॉमिनी बनाने पर भी क्या वसीयत बनानी ज़रूरी है?

बिल्कुल. नॉमिनी सिर्फ़ आपकी संपत्ति का रखवाला है, लेकिन उसका मालिक वही होता है, जिसको आपने अपनी वसीयत में अधिकार दिया है. मान लीजिए कि आपने अपनी जीवन बीमा में मां को नॉमिनी बनाया, तो आपके न रहने पर मां को बीमा की सारी रक़म मिलेगी, पर वो उन्हें आपकी पत्नी और बच्चों के साथ बांटनी होगी और अगर आपने अपनी वसीयत में वो रक़म मां के नाम लिखी है, तो उस पर स़िर्फ मां का अधिकार होगा, इसलिए नॉमिनी के साथ-साथ वसीयत बनानी भी बहुत ज़रूरी है.

5. वसीयत न होने पर नॉमिनी संपत्ति किसे देगा?

ऐसे भी कई मामले सामने आते हैं, जहां नॉमिनी तो बना दिया जाता है, पर व्यक्ति की कोई वसीयत नहीं होती, ऐसे में उस संपत्ति का बंटवारा इंडियन सक्सेशन लॉ, हिंदू लॉ और मोहम्मडन लॉ के अनुसार किया जाता है.

जानें अपने रेलवे इंश्योरेंस नॉमिनी को भी 

– हमारे देश में एक बहुत बड़ा तबका रेलवे से सफ़र करता है, पर यह बात बहुत कम लोगों को पता है कि रेलवे किसी भी तरह के हादसे के व़क्त लोगों को इंश्योरेंस देता है.

– आईआरसीटीसी की वेबसाइट से जब आप टिकट बुक करते हैं, तो अंत में इंश्योरेंस का एक कॉलम होता है, जिसे बहुत से लोग अनदेखा कर देते हैं. इंश्योरेंस पर टिक करने से आपके खाते से महज़ 95 पैसे इंश्योरेंस में जाते हैं, पर आपको 10 लाख तक का इंश्योरेंस कवर मिलता है.

– यहां भी आपको नॉमिनी सिलेक्ट करना ज़रूरी होता है.

– आईआरसीटीसी की तरफ़ से आपको नॉमिनेशन के लिए मैसेज भी आता है, जिसके लिंक पर जाकर आपको अपना नॉमिनी नियुक्त करना होता है.

– हालांकि यह सुविधा 5 साल से छोटे बच्चों और विदेशी पर्यटकों के लिए नहीं है.

– अगर हादसे में व्यक्ति की मृत्यु हो जाए, तो 10 लाख रुपए, परमानेंट या पार्शियल डिसेबिलिटी के लिए 7.5 लाख और हॉस्पिटलाइज़ेशन के लिए 2 लाख का कवर मिलता है.

– सबसे ज़रूरी बात नॉमिनी को हादसे के 4 महीने के भीतर इंश्योरेंस क्लेम करना होता है.

– अनीता सिंह

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आर्थराइटिस से जुड़े 10 मिथकों की सच्चाई ( 10 Arthritis Myths – Busted!)

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इन दिनों आर्थराइटिस यानी गठिया बेहद आम बीमारी हो गई है. इस बीमारी के बारे में आधी-अधूरी जानकारी के कारण बहुत से मिथक फैले हुए हैं. इन्ही मिथकों की सच्चाई जानने के लिए हमने बात की अमनदीप हॉस्पिटल, अमृतसर के ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. अवतार सिंह से.
Arthritis Myths Busted

कारण
जोड़ों में चोट, धूम्रपान, शराब व मीठे पेय पदार्थों का अत्यधिक सेवन, इनऐक्टिव लाइफस्टाइल और मोटापा जैसे कारणों से आर्थराइटिस का ख़तरा बढ़ जाता है. कभी-कभार संक्रमण या एलर्जी की प्रतिक्रिया अल्पकालिक आर्थराइटिस को जन्म दे सकती है.

लक्षण
जोड़ों में सूजन और कठोरता के साथ दर्द हो सकता है. चलने-फिरने में भी परेशानी होती है.

प्रकार
आर्थराइटिस के 100 से अधिक प्रकार मौजूद हैं. प्रत्येक का अलग कारण और अलग उपचार है. हालांकि आर्थराइटिस के दो सबसे आम प्रकार- ऑस्टियोआर्थराइटिस (ओए) और रुमेटॉइड आर्थराइटिस (आर ए) हैं. ओए में अक्सर बढ़ते वज़न के कारण जोड़ों में सूजन और कठोरता आ जाती है. इसमें घुटने, रीढ़ और नितंब प्रभावित होते हैं. आरए में उंगलियों, हाथों और कलाई के जोड़ों में सबसे अधिक प्रभाव देखने को मिलता है.

उपचार
उपचार अक्सर दवाइयों और एक्सरसाइज़ का संयोजन होता है. जब दर्द असहनीय हो जाता है और जोड़ों की गतिशीलता लगभग खो जाती है, तो अधिकांश मामलों में सर्जरी की सलाह दी जाती है.

क्या है इस बीमारी का सच?
एक बीमारी के रूप में आर्थराइटिस बहुत प्राचीन है. इस बीमारी को लेकर ग़लत धारणाओं की भरमार है. जानिए इस बीमारी से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई.

भ्रम: जोड़ों में किसी भी तरह का दर्द आर्थराइटिस होता है.
वास्तविकताः जोड़ों में सभी तरह के दर्द आर्थराइटिस नहीं होते. नरम ऊतकों में लगी चोट भी जोड़ों के दर्द को जन्म दे सकती है. किसी मेज से आपके पैरों के टकरा जाने पर भी घुटनों में कड़ेपन की समस्या हो सकती है. चिकनगुनिया और विटामिन की कमी भी जोड़ों में दर्द का कारण हो सकता है.

भ्रम: आर्थराइटिस वंशानुगत होती है.
वास्तविकताः भले ही पारिवारिक इतिहास और आनुवांशिकी आर्थराइटिस के लिए जोखिम वाले कारक हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं निकलता है कि यदि अभिभावक को आर्थराइटिस है तो बच्चों को भी यह बीमारी हो जाएगी. मोटापा, जोड़ों में चोट, मांसपेशियों की कमज़ोरी और जीवन शैली जैसे कारण आर्थराइटिस की संभावना को तेज़ कर सकती है.

भ्रम: यह वृद्धों की बीमारी है.
वास्तविकताःआर्थराइटिस अब बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं है. यह तब भी हमला कर सकती है जब आप उम्र के तीसवें वर्ष में दस्तक दे रहे होते हों. इनऐक्टिव लाइफस्टाइल, शराब एवं शक्कर का अधिक सेवन युवाओं में आर्थराइटिस के खतरे को तेज़ कर सकता है. स्टेरॉयड के अत्यधिक सेवन का परिणाम भी आर्थराइटिस के रूप में देखने को मिलता है.

भ्रमः सर्जरी एकमात्र इलाज है.
वास्तविकताः घुटने और हिप रिप्लेसमेंट जैसे सर्जरी गंभीर आर्थराइटिस वाले लोगों के लिए एक विकल्प है. मेडिकल साइंस की उन्नति के साथ, गैर इनवेसिव तरी़के और की-होल सर्जरी भी लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं. अन्य उपचारों में भौतिक चिकित्सा शामिल होती है, जिसमें संयुक्त मांसपेशियों को मज़बूत करने के लिए विभिन्न प्रकार के एक्सरसाइज़ का शुमार होता है. पौष्टिक खाना भी आर्थराइटिस के दर्द से धीरे-धीरे छुटकारा दिलाने में कारगर होता है.

भ्रमः खट्टे खाद्य पदार्थ दर्द को बढ़ाते हैं.
वास्तविकताः इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. वास्तव में नींबू, दही इत्यादि खट्टे खाद्य पदार्थ खाने को पौष्टिक बनाते हैं और उनका शामिल होना भोजन को रुचिकर और संपूर्ण बनाता है.

भ्रमः यदि आप फर्श पर नहीं बैठते हैं, तो आप अपनी गतिशीलता खो देंगे.
वास्तविकताः यह सोच ग़लत है. आर्थराइटिस के रोगियों को जब कहा जाता है कि वे पैरों को क्रॉस करके या फर्श पर बैठने से बचें तो उन्हें लगता है कि ऐसा करने पर उनके जोड़ों की ताक़त खो जाएगी और घुटनों की गतिशीलता कमज़ोर हो जाएगी. वास्तविकता यह है कि फर्श पर या घुटनों को मोड़कर बैठने पर जोड़ों को और अधिक क्षति पहुंच सकती है. ऐसे व्यायाम हैं जो शरीर की रेंज और ताक़त को बनाए रख सकते हैं और इसके लिए आर्थराइटिस के रोगी को फर्श पर बैठने की ज़रूरत नहीं है.

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भ्रम: दर्द होने पर कोई व्यायाम नहीं करना चाहिए.
वास्तविकताः यह बिल्कुल सही नहीं है.
आर्थराइटिस के तेज़ दर्द की स्थिति में भी हल्के एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करना मांसपेशियों की ताक़त और गतिशीलता को सुधारने के लिए जाना जाता है. दूसरी ओर ऐसी स्थिति में निष्क्रियता स़िर्फ दर्द को बदतर बना सकती है.

भ्रमः स्टेरॉयड या पेनकिलर का सेवन राहत प्रदान करता है.
वास्तविकताः मरीज़ अक्सर डॉक्टर बनने की कोशिश करते हैं और दुकानों पर उपलब्ध पेनकिलर्स या एंटी-स्टेरायडल एंटी-इन्फ्लामेट्री दवाओं (एनएसएआईडीएस) का सेवन कर स्वयं का इलाज करते हैं. सच्चाई यह है कि ये दवाएं अच्छा करने से अधिक नुक़सान पहुंचाती है. अतः डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों का ही सेवन कीजिए.

भ्रमः योग आर्थराइटिस के लिए अच्छा है.
वास्तविकताः इसमें कोई संदेह नहीं है कि योग समग्र स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद होता है, लेकिन कुछ आसन जोड़ों में दर्द को बढ़ा सकते हैं और आगे चलकर और क्षति पहुंचा सकते हैं. आर्थराइटिस के दर्द से राहत पाने के लिए योग केवल पेशेवर मार्गदर्शन में ही किया जाना चाहिए.

भ्रमः यदि आप अपने पोरों को तोड़ते हैं, तो आप में आर्थराइटिस होने की संभावना है.
वास्तविकताः इस मिथक का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, डॉ. डोनाल्ड यूनगेर ने 50 साल तक ख़ुद पर इसका प्रयोग किया. उन्होंने अपने बाएं हाथ के पोरों को तोड़ा, लेकिन दाएं हाथ के पोरों को छुआ तक नहीं. यूनगेर ने अपने बाएं हिस्से के पोरों को 36,500 से अधिक बार तोड़ा, लेकिन उन्हें आर्थराइटिस नहीं हुआ. जब आप अपने पोरों को तोड़ते हैं, तो रक्त में घुली अतिरिक्त नाइट्रोजन गैस के चलते चटकने की आवाज़ आती है.
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प्रिया वारियर पर ऋषि कपूर भी हुए फ़िदा , नीरव केस पर भी मारा तना (Rishi Kapoor’s epic reaction to internet sensation Priya Prakash Varrier’s wink and Nirav Modi fraud)

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ऋषि कपूर अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. वे अपने विचार व्यक्त करने में बिलकुल भी नहीं हिचकिचाते हैं.जो दिल में होता हैं साफ साफ बोल देते हैं. इन दिनों इंटरनेट पर धूम मचा रही प्रिया पर टवीट करते हुए ऋषि कपूर ने लिखा, ”प्रिया तुम बहुत आगे जाने वाली हो. तुम्हारा भविष्य बहुत ब्राइट है. क्या आँख मारती हो तुम,इतना एक्सप्रेसिव होते हुए भी इतना क्यूट. तुम अपने उम्र के लोगों को कड़ी टक्कर दोगी. तुम मेरे टाइम में क्यों नहीं आई .”

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इसी तरह नीरव मोदी के पूरे मामले पर टवीट करते हुए ऋषि कपूर ने लिखा,” मुझे समझ में नहीं आता की 2011से बैंक ने ११००० करोड़ का लोन दे रही है और किसी को पता भी नहीं चला .इसका मतलब तो यही हुआ की हर चमकाने वाली चीज हीरा नहीं होता.

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जब खुद से आधी उम्र की हसीनाओं को दिल दे बैठे ये सितारे ! ( when these Stars Fall in Love much younger lady than their age)

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फिल्मी सितारों को पर्दे पर आपने प्यार, इश्क और मोहब्बत में फना होते हुए तो कई बार देखा होगा, लेकिन क्या  असल ज़िंदगी में भी इन सितारों के साथ ऐसी कोई घटना घटी है?  ग्लैमर और चकाचौंध से गुलज़ार बॉलीवुड इंडस्ट्री में कभी भी कुछ भी हो सकता है. एक ओर जहां सितारों के लिंकअप और ब्रेकअप की खबरें बेहद आम हो चुकी हैं तो वहीं कुछ सितारे ऐसे भी हैं जो अपने से आधी उम्र की हसीनाओं से दिल लगाकर अचानक से खबरों की सुर्खियां बन गए.

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1- आमिर खान 

कुछ समय पहले आमिर खान और उनकी ऑनस्क्रिन बेटी फातिमा सना शेख के अफेयर की खबरों ने मीडिया में काफी सुर्खियां बटोरी थी. उस दौरान मीडिया में आई खबरों पर विश्वास करें तो आमिर का दिल खुद से आधी उम्र की फातिमा पर आ गया था. दोनों की उम्र में करीब 27 साल का अंतर है. कहा तो यह भी जा रहा था कि दोनों के अफेयर की खबरों के चलते आमिर और पत्नी किरण राव के बीच झगड़े की नौबत तक आ चुकी थी.

2- मिलिंद सोमन

52 साल के एक्टर व मॉडल मिलिंद सोमन भी खुद से आधी उम्र की लड़की से दिल लगाने को लेकर सुर्खियां बटोर चुके हैं. बता दें कि मिलिंद सोमन का दिल असम की रहनेवाली 26 वर्षीय एयरहोस्टेस अंकिता कोंवर पर फिदा है. दोनों की कई तस्वीरें भी वायरल हो चुकी हैं. अब खबर है कि दोनों इस साल शादी कर सकते हैं.

3- आदित्य पंचोली

अभिनेता आदित्य पंचोली की पत्नी उम्र ंमें उनसे बड़ी हैं लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब शादीशुदा आदित्य पंचोली का दिल बॉलीवुड की कंट्रोवर्सी क्वीन कंगना रनौत पर आ गया था. आदित्य पंचोली और कंगना की उम्र में करीब 22 साल का अंतर है. बताया जाता है कि कुछ समय तक दोनों लिव इन रिलेशन में भी रह चुके हैं.

4- संजय दत्त

संजय दत्त अपनी तीसरी पत्नी मान्यता दत्त से उम्र में करीब 19 साल बड़े हैं. दोनों की मुलाकात 2006 में हुई थी और करीब दो साल एक-दूसरे को डेट करने के बाद दोनों ने शादी कर ली. जब संजू बाबा ने मान्यता से शादी की थी तब उनकी बेटी त्रिशाला 21 साल की थीं.

5- कबीर बेदी 

एक्टर कबीर बेदी अपने रंगीन मिज़ाज के लिए जाने जाते हैं. तभी तो तीन शादियां करने के बाद भी उनका दिल खुद से 29 साल छोटी परवीन दुसांज पर आ गया  और अब परवीन उनकी चौथी पत्नी बन गई. कबीर बेदी की चौथी पत्नी परवीन उनकी बेटी पूजा बेदी से भी उम्र में करीब 4 साल छोटी हैं.

6- राजेश खन्ना 

बॉलीवुड इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने जब डिंपल कपाड़िया को पहली बार देखा था तब पहली नज़र में ही उन्हें डिंपल से प्यार हो गया था. हालांकि उस वक्त राजेश खन्ना 31 साल के थे और डिंपल की उम्र महज 16 साल थी. शादी करने के लिए दोनों ने उम्र के इस फासले को दरकिनार कर दिया था.

7- दिलीप कुमार 

ट्रैजेडी किंग दिलीप कुमार और सायरा बानो की जोड़ी को एक आदर्श जोड़ी के तौर पर देखा जाता है. लेकिन हम आपको बता दें कि जब दोनों की शादी हुई थी तब सायरा बानो 25 साल की थीं और दिलीप कुमार की उम्र 44 साल थी.

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कहीं आपको भी तनाव का संक्रमण तो नहीं हुआ है? (Health Alert: Stress Is Contagious)

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जी हां, सुनने में अटपटा ज़रूर लग सकता है, लेकिन तनाव संक्रामक होता है. यक़ीन न हो, तो आज़माकर देख लीजिए.

Stress Is Contagious

आप बहुत ही हंसमुख और ज़िंदादिल इंसान हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से आप काफ़ी चिड़चिड़े हो गए हैं. छोटी-छोटी बात पर ग़ुस्सा करने लगे हैं. क्या है इसकी वजह? कहीं आपकी संगत तो नहीं? क्या आपका कोई अपना इन दिनों बहुत तनावग्रस्त है और उसका तनाव अब आपको भी संक्रमित करने लगा है?

संगत का असर
यदि आप लगातार किसी नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति के साथ रहते हैं, तो जाने-अनजाने आपमें भी थोड़ी-बहुत निगेटिविटी आ ही जाती है. आसपास के माहौल की तरह ही हमारे साथ रहने वाले लोग भी हमारे व्यवहार पर बहुत असर डालते हैं.

यूं होता है असर
एक जानी-मानी एमएनसी में कार्यरत, हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहने वाले कार्तिक (परिवर्तित नाम) का व्यवहार शादी के बाद धीरे-धीरे बदलने लगा. वजह थी, पत्नी का शक़ करना और दिन-रात उसकी जासूसी करने में लगे रहना. वो कहां जाता है, किससे मिलता है, किससे बात करता है… पत्नी हर बात की ख़बर रखती थी और ज़रा-सा भी शक़ होने पर सवाल पूछ-पूछकर कार्तिक का जीना दूभर कर देती है. पत्नी के व्यवहार से आहत कार्तिक अब लगातार तनावग्रस्त रहने लगा है.

शोधकर्ताओं के अनुसार तनाव निम्न कारणों से संक्रमित हो सकता हैः
* तेज़ आवाज़ में बात करना
* चेहरे की भाव-भंगिमाएं
* शारीरिक हाव-भाव
* यहां तक कि शरीर की गंध भी तनाव का कारण हो सकती है.

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क्या आप भी इनमें से एक हैं?
* परीक्षा के दौरान कई मांएं अपने बच्चे पर पढ़ाई का इतना प्रेशर डालती हैं कि बच्चे तनावग्रस्त हो जाते हैं.
* ऑफिस में रोज़ाना अपना दुखड़ा सुनाने वाले सहकर्मी तनाव संक्रमित करते हैं.
* पज़ेसिव गर्लफ्रेंड अक्सर तनाव बढ़ा देती है.
* अपने अहम् की संतुष्टि के लिए रौब झाड़नेवाले बॉस तनाव फैलाते हैं.
* ईर्ष्यालु दोस्त, रिश्तेदार भी ताने मार-मारकर तनाव बढ़ाते हैं.

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कैसे बचें तनाव के संक्रमण से?
* संवेदनशील लोग तनाव से जल्दी संक्रमित होते हैं, इसलिए ऐसे लोगों को तनाव बढ़ाने वाले व्यक्तियों से दूर रहना चाहिए.
* हर बात को पर्सनली न लें, क्योंकि हर बात आपके लिए नहीं कही जाती.
* दुनिया में हर तरह के लोग होते हैं, हम सभी को संतुष्ट नहीं कर सकते, इसलिए सबको ख़ुश करने की कोशिश न करें.
* अपनी ख़ूबियों व कमियों का ख़ुद आकलन करें, दूसरों की बातों में न आएं.

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फैक्ट फाइल
सेंट लुइस यूनिवर्सिटी, यूएस के मनोवैज्ञानिकों के एक ग्रुप ने ये दावा किया है कि कुछ स्थितियों में तनाव संक्रामक होता है और कई बार हम अजनबियों द्वारा भी तनाव से संक्रमित हो जाते हैं.

20 वास्तु टिप्स, जो दूर करेंगे वैवाहिक जीवन की परेशानियां (20 Vastu Tips For Happy Married Life)

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Vastu Tips For Happy Married Life
घर का वास्तु पति-पत्नी क वैवाहित जीवन को भी प्रभावित करता है, अगर पति-पत्नी में किीस रतह का मतभेद चल रहा हो, तो घर मे मौजूद इन वास्तुदोषों को मिटाकर आप अपने वैवाहिक जीवन को बना सकते हैं सौहार्दपूूर्ण. – बेडरूम को साफ़ सुथरा रखें.
– बेड वुडन का होना चाहिए. न कि लोहे का. लोहे में शनि का वास होता है और शनि अंधेरे का कारक है. इससे आपके दांपत्य जीवन में अंधेरा छाने लगता है. यहां तक तलाक की नौबत भी आ जाती है.
– बेडरूम सही दिशा में होना चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम दक्षिण-पश्‍चिम दिशा में होना चाहिए. इस दिशा में बेडरूम होने से जीवन में मानसिक अशांति व घबराहट नहीं आती. कभी तलाक व मतभेद भी नहीं होते.


– बेडरूम में शुभ पेंटिंग लगाएं. बेड के साथ स़फेद फूलों की पेंटिंग जीवन को खुशियों से भरती है और दांपत्य जीवन ख़ुशहाल होता है.
– शृंगार की सारी चीज़ें बेडरूम में रखें. बेडरूम के बाहर पत्नी के सजने-संवरने की चीज़ें रखने से बेडरूम में झगड़े बढ़ते हैं.
– अगर आपके सिर (बैड) के ऊपर पानी की टंकी हो, तो दोनों के बीच प्यार ख़त्म होने लगता है. जितना जल्दी हो सके, इसे हटा दें.
– यदि बेडरूम के ऊपर टॉयलेट है, पति-पत्नी के बीच तलाक की संभावना बढ़ जाती है. अगर टॉयलेट न हटा पाएं, तो बेडरूम शिफ्ट करें.
– बेड दरवाज़े के सामने नहीं होना चाहिए. इससे पाज़िटिव एनर्जी नहीं मिल पाती. बीमारियां घेर लेती है और दोनों के बीच तनाव बढ़ता है.
– बेडरूम में पंखे या दरवाज़े में से किसी तरह की आवाज़ नहीं आनी चाहिए. इससे दोनों के बीच मतभेद बढ़ते हैं.
– अगर आपने बेडरूम में शीशा लगा रखा है, तो तुरंत हटा दें.

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– बेडरूम में डार्क रेड, काला, ग्रे जैसे कलर का यूज़ न करें. इनकी बजाय व्हाइट, पिंक, यलो, क्रीम कलर का यूज़ करें.
– मेहमानों या बाहरी व्यक्ति को बेडरूम में न जाने दें. इससे पति-पत्नी के बीच ग़लतफहमियां बढ़ती है.
– अगर किसी अंजान व्यक्ति या मेहमान की नज़र बार-बार बेडरूम में जा रही हो, तो बेडरूम का दरवाज़ा बंद करें. अनन्था घर की सारी बातें बाहर जाने लगती है व पति-पत्नी अफवाहों के शिकार बनने लगते हैं.
– पति-पत्नी दोनों को रोजाना ॐ नम शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए.
– घर का वास्तु सही होने के बाद भी अगर झगड़े होते हैं, तो दोनों दोमुखी रुद्राक्ष सोमवार को पहनें.
– किचन में मिट्टी के बाउल में शहद रखें और उसका इस्तेमाल करें. इससे वैवाहिक जीवन में मिठास बनी रहती है.
– हर अमावस्या को पूरे घर व बेडरूम की सफ़ाई ज़रूर करें.
– हर शुक्रवार को मीठा खाना खाएं. इसे दांपत्य जीवन में मिठास बनी रहेगी.


– बेडरूम में सूर्यास्त के बाद थोड़ी देर के लिए लाइट ज़रूर जलाए रखें. इससे पति को काम में सफलता मिलती है और आर्थिक परेशानियां कम होती है.

– बेडरूम की खिड़कियां छोटी होनी चाहिए. बड़ी होने पर घर के लोगों पर विश्‍वास कम होने लगता है.

                                                                                                                      – वास्तुशास्त्री राजेंद्र दुबे  

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पैरेंटिंग गाइड- बच्चों के लिए इम्युनिटी बूस्टर फूड (Parenting Guide- Top 13 Immune System Boosting Foods For Kids)

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Immune System Boosting Foods For Kids

 

मौसम बदलने के साथ सर्दी-ज़ुकाम, ख़ांसी-बुख़ार और वायरल इंफेक्शन्स बच्चों को अपनी चपेट में ले लेते हैं. उनका बार-बार बीमार पड़ना इस बात की ओर संकेत करता है कि बच्चे का इम्यून सिस्टम कमज़ोर है. हम यहां कुछ ऐसे ही ङ्गइम्युनिटी बूस्टर फूडफ के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें खिलाकर आप बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं.

दही
शोध में यह सिद्ध हुआ है कि जो बच्चे दही खाते हैं, उन्हें कान-गले का संक्रमण और सर्दी-ज़ुकाम के होने की संभावना 19% तक कम होती है. दही में गुड बैक्टीरिया (जिन्हें प्रोबायोटिक्स भी कहते हैं) होते हैं, जो बच्चों की इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करते हैं.

कैसे खिलाएं?
* दही का स्मूदी व शेक बनाकर दें. दही में फल काटकर भी बच्चों को खिला सकते हैं.
* दही में शक्कर और रोस्टेड ड्राइफ्रूट्स मिलाकर चॉकलेट सॉस से सजाकर उन्हें खाने के लिए दें.

नट्स
इनमें प्रोटीन व फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं. नट्स में रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ानेवाले ज़िंक, आयरन, मिनरल्स और विटामिन्स भी होते हैं.

कैसे खिलाएं?
* दलिया, फ्रूट सलाद, सब्ज़ी, करी या सीरियल्स में नट्स डालकर खाने को दें. इसके अलावा स्नैक्स के तौर पर नट्स खा सकते हैं.

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बेरीज
बेरीज़ का लाल, नीला और पर्पल कलर इस बात की ओर संकेत करता है कि उनमें एंथोसायनिन्स की मात्रा बहुत अधिक है.
एंथोसायनिन्स बहुत पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो अनेक बीमारियों से बच्चों की रक्षा करता है. बेरीज़ में विटामिन सी भी प्रचुर मात्रा में होता है, जो इम्युनिटी को मज़बूत बनाने के साथ-साथ बच्चों में संक्रमण के जोखिम को भी कम करता है.

कैसे खिलाएं?
* ब्रेकफास्ट या हेल्दी स्नैक्स के तौर पर बेरीज़ को दलिया, दही या बेक्रफास्ट सीरियल में मिलाकर खिला सकते हैं.

अंडा
विटामिन और प्रोटीन का सबसे बेहतरीन स्रोत है अंडा. यह भी सुपर फूड की श्रेणी में आता है. एग योक में ज़िंक, सेलेनियम और मिनरल्स भी होते हैं, जो बच्चों के मस्तिष्क का विकास और आंखों की रोशनी को भी तेज़ करते हैं.

कैसे खिलाएं?
* एग पुलाव, एग उपमा, एग पकौड़ा, एग सैंडविच व एग परांठा बनाकर बच्चों को खिला सकते हैं.

सालमन
ओमेगा 3 फैटी एसिड का सबसे उत्तम स्रोत है सालमन. इसमें मौजूद फैट्स बच्चों के मानसिक विकास और इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद करता है.

कैसे खिलाएं?
* सालमन फिश के पकौड़े, टिक्की, कबाब और कटलेट बनाकर बच्चों को खिलाएं.

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लहसुन
लहसुन में ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो इम्युनिटी सेल्स में होनेवाले इंफेक्शन से लड़ने में सहायता करते हैं. यह बच्चों के शरीर में मौजूद सल्फर नामक तत्व को नियंत्रित करता है, ताकि उनके शरीर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स की एक्टिविटीज़ तेज़ हो सके. इसलिए इसे इम्युनिटी बूस्टर फूड भी कहते हैं.

कैसे खिलाएं?
* दाल-सब्ज़ी के अलावा बच्चों को उनके फेवरेट फूड, जैसे- स्पेगेटी, पास्ता, सूप, गार्लिक ब्रेड, डिप्स-चटनी और ड्रेसिंग में भी लहसुन डालकर खिला सकते हैं.

टमाटर
लाल टमाटर में ऐसे पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो बच्चों में फ्री रैडिकल्स से होनेवाले डेमैज को रोकते हैं और उनकी इम्युनिटी क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं. इसमें विटामिन सी और बीटा-कैरोटीन नामक एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है, जो इम्युनिटी सिस्टम में होनेवाले संक्रमण से बच्चों की रक्षा करता है.

कैसे खिलाएं?
* दाल-सब्ज़ी के अलावा टोमैटो प्यूरी, सॉस, सूप, सलाद, डिप बनाकर बच्चों को खिलाएं.
* 8 महीने से कम उम्रवाले बच्चों को टमाटर से बनी प्यूरी, डिप आदि न दें. इससे उन्हें रैशेज़ होने की संभावना होती है.

रंग-बिरंगी सब्ज़ियां
सब्ज़ियों में कलरफुल कंपोनेंट केरोटेनाइड्स (जैसे- बीटा कैरोटीन) नामक एंटीऑक्सीडेंट्स होता है, जो बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. गाजर में विटामिन्स ए, बी, सी और जी, पोटैशियम और सोडियम बहुत अधिक मात्रा में होते हैं, जो बच्चों की ग्लोइंग स्किन, आंखों की रोशनी, पाचन तंत्र और दांतों के लिए फ़ायदेमंद होते हैं. इसी तरह से लाल शिमला मिर्च में बीटा कैरोटीन और विटामिन सी बहुत अधिक मात्रा में होता है, जो बच्चों की आंख और त्वचा को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है.

कैसे खिलाएं?
* कलरफुल वेजीटेबल्स से सैंडविच, परांठा, रोल्स, कबाब, टिक्की आदि बनाकर बच्चों को खिला सकते हैं.

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हरी पत्तेदार सब्ज़ियां
हरी पत्तेदार सब्ज़ियों में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है, जो शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स और एंडीबॉडीज़ के उत्पादन का काम करता है. जिन बच्चों में आयरन की कमी होती हैं, उन्हें बार-बार कोल्ड और फ्लू होने की संभावना होती है. हरी पत्तेदार सब्ज़ियों में बीटा-कैरोटीन सहित ऐसे अनेक एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो बच्चों के इम्युन सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाते हैं.

कैसे खिलाएं?
* सब्ज़ी व परांठे के अलावा हरी सब्ज़ियों से बना चीला, डोसा और पूरी भी बच्चों को खिला सकते हैं.

ब्रोकोली
इसे सुपर फूड भी कहते हैं. ब्रोकोली में मौजूद मिनरल्स, विटामिन्स (ए, सी व ई), एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीइनफ्लेमेट्री और डिटॉक्सिफाइंग कंपोनेंट इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करते हैं.

कैसे खिलाएं?
* पास्ता, सूप और डिप के साथ बच्चों को ब्रोकोली खिला सकते हैं. इसके अलावा उबली हुई ब्रोकोली में चीज़ डालकर अवन में सुनहरा होने तक बेक करें. फिर उन्हें खाने के लिए दें.

बीन्स, काबुली चना और दालें
बीन्स और दालों में फाइबर और अघुलनशील स्टार्च प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो पेट को स्ट्रॉन्ग बनानेवाले गुड बैक्टीरिया का निर्माण करते हैं, जिससे पाचन तंत्र और इम्युन सिस्टम मज़बूत होता है.

कैसे खिलाएं?
* दाल-बीन्स आदि से कबाब, टिक्की, रोल्स और पकौड़े बनाकर बच्चों को खिलाएं.

यह भी पढ़े: चाइल्ड केयर- बच्चों की खांसी के घरेलू उपाय

क्या करें पैरेंट्स?

बच्चों में इम्युनिटी सिस्टम को इंप्रूव करने के लिए
* बच्चे एक्सरसाइज़ करने से कतराते हैं, इसलिए पैरेंट्स उनके साथ मिलकर एक्सरसाइज़ करें.
* बच्चों की शारीरिक गतिविधियां, जैसे- स्विमिंग, साइकलिंग आदि को बढ़ावा दें.
* बच्चों को अधिक मात्रा में मीठा न दें.
* बच्चों पर तनाव हावी न होने दें.
* छोटे बच्चों को कम से कम 10-12 घंटे की नींद और स्कूल जानेवाले बच्चों को कम से कम 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए.
* बच्चों को हाइज़ीन संबंधी आदतें सिखाएं.

– पूनम नागेंद्र शर्मा

अधिक पैरेंटिंग टिप्स के लिए यहां क्लिक करेंः Parenting Guide 

 

आखिर क्यों ट्विटर पर बायोडाटा डालकर काम मांग रहे हैं अमिताभ बच्चन ! (Amitabh Bachchan post his job application on Twitter)

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सदी के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) पिछले 49 सालों से बॉलीवुड इंडस्ट्री में लगातार काम कर रहे हैं और अब तक तकरीबन 200 फिल्में कर चुके हैं. बावजूद इसके अमिताभ बच्चन ट्विटर पर अपना बायोडाटा पोस्ट करके काम मांग रहे हैं. जी हां, यह सुनने में थोड़ा अटपटा ज़रूर लगता है लेकिन ये बिल्कुल सच है.

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दरअसल अमिताभ ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अपना एक बायोडाटा पोस्ट किया है और इस बायोडाटा के साथ उन्होंने एक पेपर कटिंग की तस्वीर भी पोस्ट की है जिसके ज़रिए उन्होनें बॉलीवुड  की दो खूबसूरत और हाइटेड अभिनेत्रियों कैटरीना कैफ और दीपिका पादुकोण के साथ काम करने की इच्छा ज़ाहिर की है.

आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन ने जिस पेपर कटिंग की तस्वीर पोस्ट की है उसके मुताबिक अमिताभ का मानना है  कि लंबाई ज्यादा होेने की वजह से दीपिका पादुकोण और कैटरीना कैफ की जोड़ी आमिर खान और शाहिद कपूर के साथ अटपटी लगती है. जबकि लंबाई के मामले में अमिताभ इन दोनों अभिनेत्रियों के लिए एकदम फिट बैठते हैं और इस जॉब एप्लीकेशन के ज़रिए उन्होंने दावा किया है कि इन दो अभिनेत्रियों के साथ काम करने के लिए वे एकदम फिट हैं क्योंकि उनकी हाइट काफी अच्छी है.

हालांकि अमिताभ बच्चन कैटरीना और दीपिका दोनों के साथ काम कर चुके हैं और कैटरीना कैफ के साथ वे जल्द ही फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिंदुस्तान’ में नज़र आएंगे, बावजूद इसके उन्होंने इन दोनों अभिनेत्रियों के साथ काम करने की इच्छा जताई है. लेकिन यहां देखनेवाली बात तो यह है कि अमिताभ के इस जॉब एप्लीकेशन पर दीपिका और कैट की क्या प्रतिक्रिया आती है और हाइट को लेकर अमिताभ के इस व्यंग का आमिर और शाहिद क्या जवाब देते हैं.

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वेट लॉस टिप ऑफ द डे: 9 सिंपल आइडियाज़ फॉर वेट लॉस (Weight Loss Tip Of The Day: 9 Simple Ideas For Weight Loss)

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Simple Ideas For Weight Loss

– खाना खाने के तुरंत बाद पानी न पीएं, बल्कि एक-डेढ़ घंटे के बाद पानी पीना चाहिए. इससे भोजन जल्दी पचता है और शरीर में एक्स्ट्रा फैट्स जमा नहीं होते है.
– रोजाना कम से कम 8-9 घंटे की नींद ज़रूर लें. नींद पूरी न होने पर भी वज़न तेज़ी से बढ़ता है. अनिंद्रा के कारण हार्मोंस असंतुलित होते हैं, जिसका असर बैली फैट पर पड़ता है.
– वॉक करते समय पैडोमीटर का यूज़ करें. इस डिवाइस के कारण आप यह जान सकते हैं कि आप रोज़ाना कितने कदम चलते हैं.
– कम से कम 30 मिनट की वॉक ज़रूर करें.
– लिफ्ट और ऐलिवेयर की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें.

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– खाना खाने के बाद तुरंत बेड पर न जाए. इसी तरह से दोहपर में खाने के बाद तुरंत लेटे नहीं. कम से 20 मिनट की वॉक ज़रूर करें.
– रोज़ाना आधा घंटा पैदल चलने की आदत डालें. लंच या डिनर के बाद भी कम से कम 15 मिनट ज़रूर चलें.
– नियमित रूप से 30 मिनट तक कपालभाति ज़रूर करें. इसे करने से वेट लॉस होता है.
– खाना ज़बर्दस्ती खाने की बजाय कम खाएं. हो सके तो लिमिट से थोड़ा कम ही खाएं.

 – देवांश शर्मा

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शादी के लिए रवाना हुए दीपिका और शोएब, दोनों ने दिया DDLJ वाला पोज़ ! ( Dipika Kakkar and Shoaib Ibrahim recreate DDLJ moment)

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गौतम रोडे और पांखुड़ी अवस्थी की शादी के बाद अब छोटे पर्दे की एक और जोड़ी असल जिंदगी में शादी के बंधन में बंधने को तैयार है. ‘ससुराल सिमर का’ की सिमर यानी दीपिका कक्कड़ और उनके ऑनस्क्रिन पति शोएब इब्राहिम अब असल जिंदगी में सात फेरे लेनेवाले हैं.

Dipika Kakkar, Shoaib Ibrahim, DDLJ moment

शादी की शॉपिंग पूरी करने के बाद शोएब और दीपिका डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए मुंबई से भोपाल के लिए रवाना हो चुके हैं. सफर के दौरान दोनों ने स्टेशन पर उतरकर शाहरुख खान और काजोल की फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे’ वाले पोज़ भी दिए. इस फिल्म में जिस तरह प्लैटफॉर्म पर काजोल भागती हुई दिखाई देती हैं और ट्रेन में खड़े शाहरुख उनका हाथ थामने की कोशिश करते हैं. ठीक उसी तरह के पोज़ शोएब और दीपिका ने भी दिए.

शादी के लिए भोपाल जाते वक्त यह जोड़ा ट्रेन में काफी मस्ती करता हुआ नज़र आया. दोनों ने सफर की कुछ चुनिंदा तस्वीरों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर भी किया. खबर है कि शादी के बाद शोएब और दीपिका मुंबई में एक रिसेप्शन पार्टी देंगे, जिसमें छोटे पर्दे के उनके तमाम दोस्त मौजूद रहेंगे. जबकि परिवार और कुछ चुनिंदा दोस्तों की मौजूदगी में यह शादी होगी. बता दें कि 25 फरवरी को मेहंदी, संगीत जैसी शादी की रस्में निभाई जाएंगी और 26 फरवरी को मुस्लिम धर्म के रीति-रिवाज़ के अनुसार दोनों की शादी होगी.

बता दें कि यह दीपिका कक्कड़ की दूसरी शादी है. इससे पहले उन्होंने रौनक मेहता से शादी की थी लेकिन महज दो साल में ही इनका तलाक हो गया था. बताया जाता है कि शोएब से बढ़ती नज़दीकियों के चलते ही दीपिका की पहली शादी टूटी थी.

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ख़ूबसूरती बढ़ाते हैं ये 10 ब्यूटी फूड (Top 10 Beauty Foods For Glowing Skin And Hair)

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ख़ूबसूरत निखार पाने के लिए आपको बहुत मेहनत करने की ज़रूरत नहीं है. आप बस अपने रोज़ के भोजन में इन 10 चीज़ों को शामिल कीजिए और पाइए ख़ूबसूरत और हेल्दी त्वचा.

1) करेला
* करेला रक्त शुद्ध करता है इसलिए इसके सेवन से मुंहासे नहीं आते.
* विटामिन ए से भरपूर करेला एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट है और त्वचा को स्वस्थ बनाए रखता है.
* करेला एंटी एजिंग का भी काम करता है. इसके सेवन से त्वचा जवां नज़र आती है.
* मुंहासों के गहरे दाग़ पर करेले के पत्ते पीसकर लगाने से दाग़ ग़ायब हो जाते हैं.

2) परवल
* करेले की तरह परवल भी रक्त शुद्धि का काम करता है, जिससे त्वचा संंबंधी परेशानी नहीं होती है.
* परवल का नियमित सेवन करने से स्किन एलर्जी से छुटकारा मिलता है.
* दाद-खाज पर परवल की पत्तियों का रस लगाने से यह पूरी तरह ठीक हो जाता है.

3) मेथी
* मेथी के सेवन से पेट साफ़ रहता है, जिससे त्वचा स्वस्थ, निखरी व कांतिमय नज़र आती है.
* मेथी के सेवन से फोड़े, फुंसी, मुंहासे आदि होने की संभावना कम हो जाती है.
* झांइयों पर मेथी का पत्ते पीसकर लगाने से इनका गहरा रंग हल्का हो जाता है.
* मेथी के पत्तों के रस से या फिर मेथी को पीसकर बाल धोने से बाल चमकदार और मज़बूत बनते हैं.

4) मूली
* मूली की सब्ज़ी खाने या मूली का रस पीने से रक्त शुद्ध होता है और मुंहासे नहीं आते हैं.
* एक महीने तक लगातार मूली खाने से मुंहासों के दाग़-धब्बे कम हो जाते हैं.
* मूली को काटकर मुंहासों पर रगड़ने से मुंहासे ग़ायब हो जाते हैं.
* इसी तरह मूली को पीसकर झांइयों पर लगाने से झांइयां भी कम हो जाती हैं.
* मूली के रस में तिल का तेल मिलाकर बालों पर मसाज करें. इससे बालों का झड़ना कम होगा. साथ ही जुंओं की समस्या भी दूर हो जाएगी.

5) लहसुन
* एंटी ऑक्सीडेंट लहसुन खाने से त्वचा ख़ूबसूरत नज़र आती है.
* नियमित लहसुन के सेवन से न स़िर्फ आपकी, बल्कि त्वचा की उम्र में लंबी हो जाती है यानी त्वचा जवां नज़र आती है.
* मुहांसे या फुंसियों पर लहसुन की कली पीसकर लगाने से आराम मिलता है.

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6) टमाटर
* विटामिन ए और सी से भरपूर टमाटर का सेवन करने से मुंहासे नहीं होते और त्वचा स्वस्थ बनी रहती है.
* टमाटर के नियमित सेवन से त्वचा दमकती है.
* चेहरे पर टमाटर काटकर लगाने से न स़िर्फ त्वचा में निखार आता है, बल्कि ब्लैक एंड व्हाइड हेड्स की भी छुट्टी हो जाती है.
* चेहरे पर टमाटर लगाने से खुले रोम छिद्र बंद होते हैं.

7) अंगूर
* नेचुरल स्किन गार्ड अंगूर सन डैमेज से त्वचा की रक्षा करता है.
* एंटी एजिंग अंगूर के सेवन से त्वचा का एजिंग प्रोसेस (बढ़ती उम्र के संकेत) धीमा हो जाता है, जिससे लंबे समय तक त्वचा जवां नज़र आती है.
* विटामिन सी से भरपूर अंगूर खाने से न स़िर्फ त्वचा व बाल, बल्कि आंखें भी ख़ूबसूरत नज़र आती हैं.

8) नींबू
* नींबू के सेवन से विटामिन सी की पूर्ति होती है, इससे त्वचा स्वस्थ बनी रहती है.
* चेहरे पर नींबू का रस लगाने से मुहांसे के दाग़ हल्के हो जाते हैं.
* नींबू का रस लगाने से चेहरे त्वचा और बाल दोनों शाइनी नज़र आते हैं.
* बाल में नींबू का रस लगाने से बाल डैंड्रफ से मुक्त हो जाते हैं.

9) आंवला
* आंवला न स़िर्फ त्वचा, बल्कि बालों के लिए भी फ़ायदेमंद होता है.
* आंवला खाने से त्वचा दमकती है तथा बाल लंबे, घने और मज़बूत बनते हैं.
* आंवले के नियमित सेवन से झुर्रियों की शिकायत भी नहीं होती है.
* चेहरे पर आंवला पाउडर लगाने से त्वचा में निखार आता है.

10) अदरक
* एंटी एजिंग अदरक के सेवन से त्वचा लंबे समय तक जवां बनी रहती है.
* रोज़ाना सुबह खाली पेट अदरक चबाने से त्वचा आकर्षक और निखरी नज़र आती है.
* अदरक का रस काफ़ी असरदार होता है. इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा चमकदार नज़र आती है.

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Fairy Tales: द लिटिल मरमेड…नन्हीं जलपरी (The Little Mermaid)

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द लिटिल मरमेड… नन्हीं जलपरी (The Little Mermaid)

बहुत गहरे समुद्र में समुद्री राजा का महल था. वो अपनी बेटियों और बूढ़ी मां के साथ वहां रहता था. राजा का महल बेहद ख़ूबसूरत था और वो अपनी बेटियों से बहुत प्यार करता था. सबसे ज़्यादा प्यार वो अपनी सबसे छोटी बेटी से करता था.

इस समुद्री राज्य का एक नियम था कि जो भी राजकुमारी 18 साल की हो जाती थी, उसे समंदर की सतह पर जाने का मौक़ा मिलता था. उससे पहले कोई भी राजकुमारी सतह पर नहीं जा सकती थी. राजा की पांचवीं बेटी की सालगिरह का मौक़ा था. सभी बहुत ख़ुश थे. राजकुमारी को सभी जन्मदिन की बधाई दे रहे थे. राजा ने ऐलान किया कि मरीना अब 18 साल की हो गई और उसे सतह पर जाने की इजाज़त दी जाती है, ताकि वो बाहरी की दुनिया, धूप व इंसानी दुनिया देख सके, उसका आनंद ले सके. राजा ने साथ ही मरीना को आगाह भी किया कि सागर की दुनिया इंसानी दुनिया से बहुत अलग होती है, इसलिए वो इंसानों के क़रीब न जाए और समय रहते अपनी दुनिया में लौट आए. यह सुन सबसे छोटी राजकुमारी इवा भी सतह पर जाने की ज़िद करने लगी, लेकिन राजा ने साफ़ इंकार कर दिया, क्योंकि वो 18 साल की नहीं हुई थी. इवा बहुत दुखी हुई, उसे बेसब्री से अपने 18वें जन्मदिन का इंतज़ार था. इवा बेहद ख़ूबसूरत थी और उसकी सबसे बड़ी ख़ासियत यह थी कि वो बेहद दयालू थी. समंदर के सभी जीवों से उसे प्यार थे. यही वजह थी कि वो सबकी फेवरेट थी.


इवा को इंसानों के बारे में जानने की बहुत उत्सुकता रहती थी. वो अक्सर अपनी दादी मां से उन्हीं के बारे में पूछती रहती थी. एक बार यूं ही उसने पूछा कि क्या इंसान हमारी तरह ही होते हैं या हमसे बेहतर होते हैं?

दादी में ने बताया कि उनके पैर होते हैं, जबकि हमारे पैर नहीं होते, मछलियों की तरह हमारे शरीर की बनावट होती है. इंसान बहुत प्रदूषण फैलाते हैं, इसलिए वो हमसे बेहतर नहीं होते. इवा ने जानना चाहा कि क्या इंसान हमसे ज़्यादा जीते हैं, तो दादी मां ने समझाया कि वो 100 साल से ज़्यादा नहीं जीते, जबकि मरमेड्स 300 साला तक जी सकती हैं और मरने के बाद वो समुद्री झाग बन जाती हैं. लेकिन यदि हम जीवनभर भले काम करें, तो हम अमर हो सकते हैं और हवा की परियां हमें स्वर्ग ले जाती हैं उनके साथ रहने के लिए.

इसी तरह समय बीतता गया और इवा का 18वां जन्मदिन आ गया. उसे सबने बधाई दी. वो ख़ुद बेहद उत्साहित थी, आख़िर जिस पल का उसे इंतज़ार था, वो आ गया था. राजा ने कहा कि मैं तुम्हें बाहरी दुनिया दिखा लाता हूं, पर इवा ने कहा कि बाकी सब अकेले गए, तो वो भी अकेली ही जाना चाहती है. इतने में उसके दोस्त श्रिंप ने राजा से कहा कि वो उसका ख़्याल रखेगा. राजा ने कहा कि सूर्यास्त से पहले लौट आना. इवा तेज़ी से सतह की ओर चल पड़ी. बाहर आते ही वो मंत्रमुग्ध हो गई. इस नई अंजान दुनिया ने उसे मोहित कर लिया. इतने में ही उसे एक जहाज़ नज़र आया, जिसमें एक युवक था. उसने श्रिंप से पूछा कि ये क्या चीज़ है. फिर उसने देखा कि वो युवक तो बिल्कुल उसके गुड्डे जैसा ही है. श्रिंप ने बताया कि वो राजकुमार है और शायद अपना जन्मदिन मनाने आया है. इवा राजकुमार की ख़ूबसूरती से मोहित हो गई थी और वो गाना गाने लगी. इतने में ही तूफ़ान आ गया. आसमान में काले बादल छा गए और तेज़ लहरों के बीच राजकुमार का जहाज़ फंस गया. इस तूफ़ान में जहाज़ डूब गया. इवा ने देखा, तो वो राजकुमार को बचाने चल पड़ी और वो कामयाब भी रही. राजकुमार को वो किनार पर लाई. इतने में ही किसी के आने की आहट सुनकर वो छिप गई.

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कुछ लड़कियां वहां से गुज़र रही थीं और उन्होंने देखा कि राजकुमार वहां बेहोश था. इतने में राजकुमार को भी होश आ गया और उसने देखा कि एक ख़ूबसूरत लड़की वहां खड़ी है. राजकुमार ने उसे अपनी जान बचाने के लिए धन्यवाद कहा. राजकुमार उसे अपना दिल दे बैठा. उस लड़की ने भी सच नहीं कहा. एवा ने यह सब देखा, श्रिंप ने कहा कि वो लड़की झूठा श्रेय ले रही है. पर इवा ने कहा कि कोई बात नहीं, राजकुमार की जान बच गई, वो इसी से ख़ुश है. सूर्यास्त होने को था, तो दोनों वापस समंदर में लौट आए.

नन्हीं जलपरी का मन उदास था, क्योंकि वो राजकुमार को पहली नज़र में ही दिल दे बैठी थी. पर वो जानती थी कि उसे पाना नामुमकिन है. सागर के नियम ऐसे ही थे कि वो इंसानों से नहीं मिल सकती थी. श्रिंप ने नन्हीं राजकुमारी की हालत देख उसे एक उपाय सुझाया. वो उसे समुद्री डायन के बारे में बताने लगा, लेकिन उसने आगाह भी किया कि इसमें बहुत ख़तरा भी हो सकता है, लेकिन नन्हीं जलपरी को तो बस राजकुमार को पाने की धुन थी. वो चल पड़ी समुद्री डायन से मिलने.

समुद्री डायन ने अपने जादुई गोले में देखा कि लिटिल मरमेड उसकी मांद की ओर आ रही है. इतने में ही गोले में से एक भविष्यवाणी हुई कि राजकुमारी सबसे प्यारी और भावुक मन की है. वो अपने अच्छे कामों की वजह से एक पवन परी बन जाएगी और उसी व़क्त तुम्हारे पाप ख़त्म हो जाएंगे और तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी. डायन ने कहा कि ऐसा कभी नहीं होगा.

इतने में ही राजकुमारी डायन तक पहुंच गई और उसने गुज़ारिश की कि वो इंसान बनना चाहती है. डायन ने कहा कि उस राजकुमार के लिए ऐसा करना सही नहीं, क्योंकि ये तुम्हारे दुखों का कारण भी बन सकता है. एवा ने कहा वो हर क़ीमत के लिए तैयार है. डायन ने कहा कि मैं तुम्हें इंसान तो मैं बना दूंगी, लेकिन तुम्हारी आवाज़ छीन लूंगी. तुम्हें राजकुमार का दिल जीतना होगा, अगर तुम कामयाब रही, तो तुम्हारी आवाज़ भी लौट आएगी, लेकिन यदि ऐसा नहीं हो सका, तो तुम्हारी मौत निश्‍चित है और तुम समुद्री झाग बन जाओगी.

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नन्हीं जलपरी ने शर्त मान ली. डायन ने उसे जादुई शर्बत दिया और कहा इसे तट पर जाकर पीना. मरमेड ने ऐसा ही किया. शर्बत पीते ही वो बेहोश हो गई. इस बीच उसकी मछली जैसी पूंछ पैरों में बदल गई, पर उसकी आवाज़ चली गई. उसे होश आया तो सामने राजकुमार था. राजकुमार ने कहा तुम ठीक हो, पर तुम हो कौन? और सागर तट पर क्या कर रही थी? राजकुमार ने उसे आराम करने की सलाह दी.

अगले दिन वो चलने लगी, तो राजकुमार बेहद ख़ुश हुआ. उसने उसके साथ डांस किया और उसकी नृत्य कला से काफ़ी प्रभावित हुआ. राजकुमार ने कहा कि आज का दिन बहुत अच्छा है, मुझे मेरे जीवन का प्यार भी मिल गया. नन्हीं परी को लगा कि वो उसकी बात कर रहा है. इतने में ही राजा का आगमन हुआ और राजकुमार ने राजा से उस लड़की का परिचय करवाया, जो उसे तूफ़ान वाले दिन मिली थी. राजकुमार ने कहा कि इसी ने मेरी जान बचाई थी. मैं इससे शादी करना चाहता हूं. राजा भी मान गए. लिटिल मरमेड का दिल टूट चुका था. यह सब देख श्रिंप ने सागर में जाकर राजा को सब कुछ बताया.

 

राजा ने सागर की देवी से प्रार्थना की और सतह पर चला गया. एवा की बहनें डायन के पास गई, ताकि वो अपना श्राप वापस ले. डायन ख़ुश थी कि राजा की बेटियां उसके सामने गिड़गिड़ा रही हैं. फिर डायन ने कहा कि उसके पास एक उपाय है, लेकिन उसके लिए एवा को राजकुमार की हत्या करनी होगी. यदि लिटिल मरमेड इस जादुई खंजर से राजकुमार को मार देगी, तो उसे अपनी जलपरी वाली ज़िंदगी वापस मिल जाएगी. उसकी बहनें वो खंजर लेकर सतह पर गई. सबने देखा इवा अपने गुड्डे के साथ सागर तट पर एक पेड़ के नीचे उदास बैठी है. राजा ने उसे आवाज़ लगाई. इवा बेहद भावुक हो उठी. राजा ने इवा को वो खंजर दिया, पर इवा ने कहा कि वो राजकुमार को नहीं मार सकती. पर अपने भावुक पिता और बहनों को देख वो खंजर ले लेती है. वो राजकुमार के महल तक गई, पर वो राजकुमार को मार नहीं पाई, क्योंकि वो उसका प्यार था. वो लौट आई. अपने पिता और बहनों से माफ़ी मांगी. इवा ने कहा कि अब मेरी मौत निश्‍चित है. आप सब मुझे माफ़ कर देना. मैं अब झाग में बदलना चाहती हूं. इस दुनिया से जाना चाहती हूं. इतना कहकर वो समंदर में कूद गई. इतने में ही एक चमत्कारी शक्ति ने उसे खींच लिया और उसने देखा कि सामने पवन परी है. राजा बेहद ख़ुश था कि उसकी सबसे प्यारी बेटी की जान बच गई. राजा ने परी को धन्यवाद कहा.

इवा समझ नहीं पा रही थी. परी ने बताया कि हम आकाश की परियां हैं और तुम अब हमारे साथ परी बनकर रहोगी. तुम्हारे उदार मन और सागर व इंसानों के प्रति प्यार को देखते हुए ये तुम्हारा इनाम है. तुम भविष्य में इंसानी रूप में भी जन्म ले सकती हो. लिटिल मरमेड ने सबको अलविदा कहा और अपने राजकुमार से भी कहा कि अगले जन्म में तुम ही मेरा प्यार बनोगे. मैं हमेशा तुम से प्यार करूंगी. उसने परी मां को धन्यवाद कहा और उनके साथ स्वर्ग में चली गई. ऐसा होते ही उस डायन और उसके पापों का भी अंत हो गया. सभी लोग संतुष्ट थे.

हर रोज़ गालियां बरसाकर रानी मुखर्जी जताती हैं पति आदित्य से प्यार ! ( Rani Mukerji curse her husband Aaditya everyday)

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बॉलीवुड के मशहूर फिल्म मेकर आदित्य चोपड़ा (Aaditya Chopra) की पत्नी व अभिनेत्री रानी मुखर्जी (Rani Mukerji) इन दिनों अपनी फिल्म ‘हिचकी’ के प्रमोशन में जी जान से जुटी हैं. इस फिल्म में रानी मुखर्जी मुख्य भूमिका में नज़र आएंगी. हाल ही में रानी अपने फिल्म को प्रमोट करने के लिए नेहा धूपिया के शो बीएफएप विद वोग्स में मेहमान बनकर पहुंची. जहां रानी ने अपने पति आदित्य और अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में ऐसा खुलासा किया है जो उनके फैन्स इससे पहले नहीं जानते थे.

Rani Mukerji, husband, Aaditya chopra

इस शो में रानी मुखर्जी की पर्सनल लाइफ को लेकर नेहा ने कई सवाल किए, जिनका जवाब देते हुए रानी ने कहा कि उनके पति आदित्य को तीन F पसंद है, जिनमें एक फूड और दूसरी फिल्म है लेकिन तीसरे का नाम उन्होंने लेने से इंकार कर दिया. इसके अलावा रानी मुखर्जी से जब नेहा ने सवाल पूछा कि क्या वो अपने पति को गालियां देती हैं तो इसके जवाब में रानी ने कहा कि वो हर रोज़ अपने पति पर गुस्सा करती हैं और उन्हें रोज़ गालियां भी देती हैं.

हालांकि अपने इस खुलासे के बाद रानी ने जमकर अपने पति की तारीफ भी की और कहा कि उनके पति आदित्य बहुत ही अच्छे इंसान हैं और हमेशा उनका ख्याल रखते हैं. इसके साथ ही उन्होंने क्लीयर करते हुए कहा कि वो अपने पति से प्यार करती हैं इसलिए प्यार-प्यार में उनके लिए गाली भी निकल जाती है. खैर प्यार में ही सही लेकिन ये सच है कि रानी अपने पति आदित्य को हर रोज़ गालियां देती हैं और उनके पति चुपचाप पत्नी की गालियां सुन लेते हैं.

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लाइमलाइट चुराने में माहिर हैं तैमूर (TaimurAlways Steals The Show)

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तैमूर (Taimur Ali Khan) स़िर्फ लोगों के ही नहीं, मीडिया के भी फेवरेट हैं, यही वजह है कि उनकी हर पिक्चर सारी लाइमलाइट चुरा लेती है. मॉम करीना (Kareena Kapoor) के साथ भी लोग तैमूर की पिक क्लिक करने में ज़्यादा इंट्रेस्टेड दिखते हैं और हों भी क्यों न, आख़िर वो हैं ही इतने क्यूट. आप भी देखें सैर पर निकले तैमूर की लेटेस्ट पिक्चर्स मॉम करीना के साथ

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टीवी के इन 5 लव बर्ड्स को भी अब जल्द ही कर लेनी चाहिए शादी ! ( 5 Television lovebird whom we want to see tie a knot soon)

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कुछ समय से टीवी जगत में जैसे शादियों का सीज़न ही चल रहा है. पिछले साल के अंत में टीवी की कॉमेडी क्वीन भारती सिंह ने अपने बॉयफ्रेंड हर्ष लिंबाचिया से शादी करके सबको सरप्राइज़ कर दिया, जिसके बाद आश्का गोराडिया ने भी ब्रेंट गोबल से शादी करके अपना घर बसा लिया.

इस साल के शुरूआत में गौतम रोडे और पंखुड़ी अवस्थी ने डेस्टिनेशन वेेडिंग करके सबका ध्यार अपनी ओर खींचा तो अब टीवी की एक और जो़डी दीपिका कक्कड़ और शोएब इब्राहिम शादी के बंधन में बंधनेवाली है. लेकिन आज हम आपको टेलीविज़न के ऐसे ही 5 लवबर्ड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें अब जल्द ही शादी करके अपना घर बसा लेना चाहिए.

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प्रिंस नरूला और युविका चौधरी

बिग बॉस सीज़न 9 के दौरान प्रिंस नरूला और युविका चौधरी का प्यार परवान चढ़ा. खुशखबरी है कि इन दोनों ने सगाई तो कर ली है लेकिन शादी के बारे में इनका कहना है कि ये साल 2018 के अंत तक शादी के बंधन में बंध सकते हैं.

सनम जौहर और अबिगेल पांडे

सनम जौहर एक टैलेंटेड एक्ट्रेस हैं जबकि अबिगेल पांडे एक बेहतरीन कोरियोग्राफर हैं. ये दोनों काफी समय से रिलेशनशिप में है दोनों सगाई भी कर चुके हैं. हालांकि यह जोड़ा शादी से पहले मुंबई में अपना एक आशियाना बनाना चाहता है, लेकिन इनके फैंस इन्हें जल्द ही शादी के बंधन में बंधते हुए देखना चाहते हैं.

हिना खान और रॉकी जैसवाल

हिना खान जब से ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ शो कर रही थीं तभी से वो रॉकी को डेट कर रही हैं. लेकिन दोनों का यह रिश्ता सुर्खियों में तब आया जब हिना बिग बॉस सीजन 11 में नजर आईं. जब हिना विवादों में घिरी तब रॉकी ने उनका साथ दिया और बिग बॉस खत्म होने के बाद दोनों अक्सर एक दूसरे के साथ नजर आते हैं, जिसे देखकर हम तो यही कहेंगे कि इन्हें अब शादी में देरी नहीं करनी चाहिए. 

रित्विक धंजानी और आशा नेगी

रित्विक और आशा नेगी छोटे पर्दे के मशहूर लव बर्ड्स हैं. पवित्र रिश्ता में दोनों की केमेस्ट्री को लोगों ने खूब सराहा था. हालांकि आशा और रित्विक लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं, लेकिन दोनों की शादी के आसार दूर-दूर तक नज़र नहीं आ रहे हैं. इनके लिए हम तो यही कहेंगे कि दोनों को जल्द ही शादी कर लेनी चाहिए.

पूनम प्रीत और संजय गंगनानी

6 साल तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद पूनम प्रीत और संजय गंगनानी ने आखिरकार सगाई कर ली है. लेकिन ये कपल फिलहाल शादी में कोई जल्दी नहीं करना चाहता. ये दोनों पहले अपने करियर पर फोकस करना चाहते हैं उसके बाद शादी करके घर बसाने की प्लानिंग करेंगे.

खैर हम तो यही कहेंगे कि जब ये कपल्स एक-दूसरे से प्यार करते हैं और एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते, तो फिर इन्हें अब शादी करके अब अपना घर बसा ही लेना चाहिए.

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शाहिद और श्रद्धा की हुई बत्ती गुल, झोपड़ी में रहने को हुए मजबूर ! (Shahid and Shraddha stays in this small hut)

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बॉलीवुड सितारों की बात ही कुछ निराली होती है तभी तो वो जब कभी बाहर जाते हैं, हमेशा फाइव स्टार होटल में ही ठहरते हैं. लेकिन लगता है इन दिनों शाहिद कपूर और श्रद्धा कपूर की माली हालत कुछ ठीक नहीं है तभी तो आलीशान फाइव स्टार होटल को छोड़कर दोनों एक झोपड़ी में रहने को मजबूर हो गए हैं.

दरअसल शाहिद और श्रद्धा अपनी अगली फिल्म ‘बत्ती गुल मीटर चालू’ की शूटिंग कर रहे हैं. फिल्म की शूटिंग उत्तराखंड के टिहरी में हो रही है और शूटिंग लोकेशन के आसपास कोई भी फाइव स्टार होटल नहीं है. जिसके चलते शाहिद और श्रद्धा को एक छोटी सी झोपड़ी में रहना पड़ रहा है.

Shahid Kapoor, Shraddha Kapoor stays in this small hut

खबरों की मानें तो फिल्म के प्रोड्यूसर ने पहले फाइव स्टार होटल बुक कराया था लेकिन वह होटल शूटिंग प्लेस से 3 घंटे की दूरी पर था. जिसके चलते प्रोड्यूसर्स और शाहिद ने यह फैसला किया कि वो शूटिंग प्लेस पर बनी झोपड़ी में ही रुकेंगे. बता दें कि शाहिद, श्रद्धा सहित डायरेक्टर श्री नारायण सिंह भी एक छोटी सी झोपड़ी में ही ठहरे हुए हैं.

बता दें कि यह फिल्म बिजली चोरी के मुद्दे पर आधारित है जिसमें शाहिद कपूर एक वकील की भूमिका निभा रहे हैं. शाहिद का मानना है कि स्थानीय लोगों के करीब रहने से उनकी बोली को समझने में काफी मदद मिलेगी. कहा तो यह भी जा रहा था कि उत्तराखंड के सर्द मौसम में इस तरह एक छोटी सी झोपड़ी में रहने की वजह से श्रद्धा या शाहिद बीमार पड़ सकते हैं लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और शूटिंग लगातार चल रही है.

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सुमित राघवन की पत्नी के सामने गंदी हरकत करनेवाला गिरफ्तार ! ( man arrested who masturbated in front of Sumeet Raghwan’s wife)

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टीवी सीरियल साराभाई वर्सेज साराभाई से दर्शकों के बीच मशहूर हुए एक्टर सुमित राघवन की पत्नी एक अजीबो-गरीब घटना की शिकार हुई हैं. इस घटना के अनुसार मराठी अभिनेत्री और सुमित की पत्नी चिन्मयी सुर्वे के सामने अचानक एक अजनबी शख्स आकर हस्तमैथुन करने लगा. जब तक चिन्मयी कुछ कर पातीं वो वहां से भाग निकला, पत्नी के साथ हुई इस गंदी हरकत की जानकारी सुमित ने ट्वीट करके दी है.

man arrested, masturbated Sumeet Raghwan's wife

उन्होंने ट्वीट करके बताया कि जब उनकी पत्नी चिन्मयी विले पार्ले इलाके में थीं तब वहां एक सफेद रंग की बीएमडब्ल्यू में बैठा एक शख्स उनकी पत्नी को देखकर उनके सामने ही हस्तमैथुन करने लगा. जब पत्नी ने आप बीती बताई, तब सुमित ने इस घटना की शिकायत ऑनलाइन एफआईआर से की और अपनी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है.

सुमित ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके सफेद रंग की बीएमडब्ल्यू के आखिरी चार अंक भी बताए, जिसे उनकी पत्नी ने घटना के वक्त नोट कर लिया था. उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी ड्राइवर ने ग्रे रंग की सफारी पहनी हुई थी और गाड़ी पार्ले तिलक स्कूल के पास ही पार्क थी. लेकिन जब उसने चिन्मयी सुर्वे को देखा तो उनके सामने ही हस्तमैथुन करने लगा और वहां से फरार हो गया था, जो फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है.

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OMG कौन है ये विराट की बांहों में… (Who Is This Lucky Lady With Virat Kohli)

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OMG कौन है ये विराट की बांहों में…  इससे पहले कि आप कुछ ऐसा वैसा सोचें हम आपको बता दें कि विराट की बांहों में उनकी बिलव्ड वाइफ अनुष्का ही हैं. विराट ने अपने इंस्टाग्राम (Instagram) पेज पर ये क्यूट पिक्चर शेयर की है और साथ ही उतना ही क्यूट कैप्शन भी… विराट ने लिखा है- माय वन एंड ओनली (My one and only!) आप भी देखें ये क्यूट पिक…

My one and only! ♥️😇♥️

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देखिये विराट और अनुष्का की और भी पिक्स, जो विराट ने अपने पेज पर शेयर की हैं

परी के प्रमोशन को लेकर भी विराट काफी उत्साहित हैं और अनुष्का के काम की तारीफ भी करते रहते हैं

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